Newsportals-सबकी खबर (संगड़ाह)
उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले लानाचेता गांव मे क्षत्रीय संगठन व स्वर्ण सभा के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय कांग्रेस विधायक विनय कुमार का रास्ता रोक उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायक विनय कुमार कांग्रेस मंडल पदाधिकारियों अथवा अथवा समर्थकों के साथ लाना चेता पंचायत के पनारा गांव मे एक कार्यक्रम में जा रहे थे।
बुधवार को जैसे ही विधायक का काफिला लानाचेता पहुंचा क्षत्रिय संगठन तथा सवर्ण समाज के लोगों ने उन्हे रोक लिया। करीब 40 मिनट तक ग्रामीणों ने उनका रास्ता रोका और गो बैक, हाय-हाय व मुर्दाबाद के नारे लगाए। क्षत्रिय संगठन पदाधिकारी अनिल ठाकुर, सुनील, अशोक व आरती आदी के नैत्रित्व मे काफी संख्या मे मौजूद महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं ने सड़क में बैठकर प्रदर्शन शुरु किया और विनय कुमार का काफिला रूका रहा। इस दौरान विधायक को काले झंडे भी दिखाए गए। क्षत्रीय संगठन पदाधिकारियों ने हिमाचल विधानसभा मे सवर्णों के मुद्दे पर बहस के दौरान विनय कुमार के बाहर निकलने पर रोष जताया। प्रदर्शनकारियों से बहस के दौरान कांग्रेस विधायक ने कहा कि, शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमाद्वित्य को विधानसभा अध्यक्ष से इस मुद्दे पर समय दिलाने की उन्होंने पूरी कौशिश की और वह पानी पीने व टायलेट के लिए बाहर आए थे।
कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को शांत करने का प्रयास किया, गया मगर सवर्ण संगठन के कार्यकर्ताओं ने एक न सुनी और विधायक के सामने नारेबाजी शुरू कर दी। करीब 40 मिनट के इस प्रदर्शन के बाद विनय कुमार का काफिला पनारा गांव के लिए निकला। इस घटना के कंई वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं। सवर्ण समाज के पदाधिकारियों ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि, धर्मशाला व शिमला में मे प्रदर्शन के बाद जब संगठन के नेताओं को जेल मे डाला गया अथवा पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया, तो विधायक विनय कुमार मौन साधे रहे। ओपीएस व अन्य मुद्दों पर बार बार मुख्यमंत्री व हिमाचल सरकार के खिलाफ बयान जारी करने वाले किसी भी विपक्षी नेता ने सवर्ण समाज की पैरवी नही की। उन्होने कहा की, हम आगे भी किसी भी दल के नेता के गांव में नही घुसने पर ऐसा ही करेंगे। गौरतलब है कि, गत अब तक क्षत्रीय संगठन व स्वर्ण समाज द्वारा केवल चेतावनियां ही दी जा रही थी और पहली बार किसी नेता का उपमंडल संगड़ाह अथवा अनुसुचित जाति के लिए आरक्षित रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र मे उक्त संगठनों ने इस तरस विरोध किया। उक्त के अनुसार गत 14 अप्रैल को वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एंव सांसद सुरेश कश्यप का भी घेराव करने की तैयारी मे थे, मगर संगड़ाह व भुटली-मानल के बाद उस दिन लाना-चेता मे उनका कार्यक्रम स्थानीय भाजपा नेताओं ने रद्द करवा दिया।
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