News portals-सबकी खबर (सिरमौर)
जिला सिरमौर में भाजपा की सबसे महफूज सीट समझी जाने वाले नाहन विधानसभा में पार्टी समीकरण बदलते नज़र आ रहे। जिसके चलते भाजपा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।पार्टी में बढ़ती फूट व बगावती तेवर से सिर्फ सिरमौर अछूता नहीं रहेगा। इसका खामियाजा प्रदेश भाजपा को आगामी निकाय चुनावों में काफी हद तक भुगतना पड़ सकता हैं।बता दें कि जिला कांगड़ा के लेटर बम से शुरू हुई अंदरूनी लड़ाई शिमला पहुंची, जहां मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने काबीना मंत्री पर उनके क्षेत्र में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। उनका आरोप शिमला जिला से मन्त्रिमण्डल में शामिल एक नेता पर है। इस बाबत वह मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं।
इसी बीच सिरमौर जिला मुख्यालय एकाएक उस समय चर्चा में आ गया जब डॉ बिंदल के खासे करीबी व पूर्व नाहन मंडलाध्यक्ष दीन दयाल वर्मा ने अपने फेसबुक पर सार्वजनिक रूप से लिख दिया कि “रोज रोज बैठकें किस के लिए, कार्यकर्ताओं के काम हो नहीं रहे”…।उनके इस वक्तव्य पर फेसबुक में भाजपा के ही कई लोगो ने हामी भरी ओर कहा कि रोज रोज घुट घुट कर रहने से अच्छा है सब क्लियर हो। उक्त नेता इस तरह के कई व्यान अपनी पार्टी के खिलाफ लिख चुके हैं।
बता दें कि नाहन भाजपा से जुड़ा घटनाक्रम किसी से छुपा नहीं हैं। ऐसे में अगर डॉ राजीव बिंदल के करीबी भी काम न होने की बाते सार्वजनिक तौर से कह रहे है तो आने वाले समय में बगावती सुर उठना लाजमी हैं। पार्टी के प्रदेश स्तर से लेकर नाहन स्थानीय स्तर पर भी कई ऐसे नेता है जो डॉ बिंदल को घेरने में लगे हैं। हालांकि डॉ बिंदल की कार्यशैली से पार्टी कार्यकर्ता व लोग खासे प्रभावित भी हैं।इस बारे में भाजपा जिलाध्यक्ष विनय गुप्ता का कहना है कि पार्टी में छोटी छोटी नाराजगी होती रहती हैं। दींन दयाल वर्मा जितने पार्टी के निष्ठावान नेता है उतने ही डॉ बिंदल के करीबी हैं। बातचीत कर के उनकी नाराजगी को दूर किया जाएगा।
Recent Comments