Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

सरकार व प्रशासन गोवंश के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्ठा करती है,लेकिन गोवंश सड़कों पर बेसहारा घूमने को मजबूर हैं : सचिन

News portals- सबकी खबर (पांवटा साहिब)

जिला सिरमौर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश के संरक्षण के लिए सचिन ओबराय के पांवटा साहिब में धरना शुरू होते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। पांवटा साहिब नगर परिषद बेसहारा गौवंश को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर 24 पशुओं को पकड़कर गौशाला में रखे गए हैं। हांलांकि की तीसरे दिन भी सचिन ओबराय का धरना जारी रहा। प्रदेश में पशु लम्पी वायरस के चपेट में आने से कई पशु सड़कों पर ही दम तोड़ रहे हैं। लम्पी वायरस पशुओं में बड़ी तेजी से फैल रहा है ऐसे में कई बेसहारा गौवंश सड़कों में घूम रहे हैं। जिस पर सरकार व प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। स्थिति को गंभीरता से देखते हुए सचिन ओबराय शुक्रवार को पांवटा साहिब के भगवान परशुराम चौक पर पशुओं सहित धरने पर बैठे है। धरना शुरू होते ही प्रशासन हरकत में आया। नगर परिषद पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी अजमेर ठाकुर ने पशुओं को पकड़ने के लिए कर्मचारियों की टीमें गठित की गई है।

शनिवार और रविवार को नगर परिषद ने जगह जगह से 24 पशुओं को पकड़कर गौशाला में भेजे हैं। बताया जा रहा है की पांवटा साहिब नगर परिषद की गौशाला में अधिक पशु होने के कारण कुछ पशुओं को राजगढ़ भेजने की तैयारी की जा रही है। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान जारी है। गौसेवक सचिन ओबराय ने कहा कि बीते वर्ष जब गौ संरक्षक हेतु अनशन किया था तो सरकार और प्रशासन ने लिखित में सभी मांगे मानते हुए गौवंश को उचित आश्रय प्रदान करने का वायदा किया था। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। ऐसे में सड़कों पर उतरने के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है।

उन्होंने कहा कि जब की गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित होकर सड़कों पर मौत का इंतेज़ार कर रहे हैं तब सरकार को चाहिए कि तत्काल प्रभाव से प्रभावी कदम उठाएं और गौवंश को काउ सेंचुरियों में भेजा जाए। सचिन ओबराय ने कहा कि सरकार व प्रशासन गोवंश के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्ठा करती है तथा चुनाव में बड़ी बडी बातें करती है लेकिन गोवंश सड़कों पर बेसहारा घूमने को मजबूर हैं लेकिन सरकार व प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है। सचिन ओबराय ने कहा कि धरना शुरू होते ही प्रशासन ने पांवटा साहिब में बेसहारा गोवंश को पकड़ना तो शुरू कर दिया है लेकिन जिले के अन्य जगहों पर अभी तक ऐसी कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे जिला सिरमौर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश के लिए उचित प्रबंधन नहीं किए तब तक धरना जारी रहेगा।

सचिन ओबराय तीसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे। इस मौके पर समाजिक कार्यकर्ता हेमंत शर्मा,अजय संसरवाल, संजीव अग्रवाल, राजेश गुप्ता, लोकेश आदि मौजूद थे।

Read Previous

रोजगार संघर्ष यात्रा नहीं, सत्ता संघर्ष यात्रा निकाल रही है कांग्रेसः रणधीर शर्मा

Read Next

कलश यात्रा के साथ संगड़ाह में शुरू हुआ श्रीमद् भागवत सप्ताह

error: Content is protected !!