News portals-सबकी खबर (शिमला ) हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच शुक्रवार को भी लाहौल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी जारी रही। राजधानी शिमला में बीते दो दिनों से जारी बारिश से शुक्रवार को कुछ राहत मिली। शहर में हल्की बूंदाबांदी ही हुई हालांकि दिन भर शहर में बादल छाए रहे। पालमपुर, कल्पा और डलहौजी में भी हल्की बारिश हुई। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम मिलाजुला बना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी हुई है। प्रदेश के मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों के मौसम में बर्फबारी और बारिश से ठंडक बढ़ गई है।खराब मौसम को देखते हुए मनाली-लेह रूट पर सफर करने वाले वाहनों के लिए प्रशासन ने नई समय सारणी तय कर दी है। कोई भी वाहन अब दोपहर 3:00 बजे के बाद मनाली से लेह की तरफ नहीं जा सकेंगे। पुलिस और सीमा सड़क संगठन ने इस संदर्भ में इनपुट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही के लिए समय सारणी तय की है। नए समय सारणी के मुताबिक मनाली से लेह की तरफ जाने वाले वाहन दारचा से सुबह 9:00 से दोपहर 3:00 बजे तक सफर कर सकते हैं। ताजा बर्फबारी के बाद सुबह के समय बारालाचा समेत कई हिस्सों में सड़क फिसलन भरी होने से हादसे का अंदेशा बना हुआ है।
गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह रोहतांग दर्रा के साथ बारालाचा सहित सीबी रेंज की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई है। गुरुवार देर शाम तक मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग तीन में सरचू से दारचा की ओर कुल 283 वाहनों को भेजा गया। जबकि दारचा से सरचू के लिए 380 वाहन निकले। वहीं, प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। कई गाड़ियां भी मलबे में दब गईं।शुक्रवार सुबह शहर की खलीनी से टूटीकंडी सड़क पर रामनगर के पास पेड़ गिरने से बंद वाहनों की आवाजाही ठप रही। इससे काफी समय तक ट्रैफिक जाम रहा। स्थानीय लोगो व पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ढली के इंद्रनगर क्षेत्र में भूस्खलन के चलते सड़क किनारे खड़ी कार मलबे में दब गई।
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