News portals-सबकी खबर (शिलाई)
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर शिरीक्यारी के समीप एक पिकअप पलटने से राजमार्ग जहां 5 घण्टे अवरुद्ध रहा, वही एचईएस इन्फ्रा कम्पनी की कार्यप्रणाली फिर सवालों के घेरे में आ गई है। हालंकि पिकअप चालक को मामूली चोटे आई है। जानकारी के मुताबिक पिकअप नंबर एचपी 47बी 7043 राशन को लेकर विकासनगर से शिलाई के गांव भटनोल की तरफ जा रही थी। शिरीक्यारी के पास खड़ी चढ़ाई, बड़े, गहरे गड्ढे व सड़क में वेतरतीव मलबा होने के कारण अनियंत्रित हो गई और सड़क पर पलटकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।
पिकअप को चला रहे चालक मुकेश ने जानकारी देते हुए बताया कि वह विकासनगर से करियांना का सामान लेकर गांव भटनोल जा रहा था। महज डेस्टिनेशन से चार किलोमीटर पीछे सड़क निर्माण का कार्य कर रही कम्पनी ने वेतरतीवी करते हुए सड़क की दयनीय हालत बनाई हुई है। जिसके कारण गाड़ी ने चढ़ाई में दम तोड दिया। सामान से भरी गाड़ी की मलबे के ऊपर पीछे खिसकने लगी, जब तक गाड़ी को कंट्रोल किया जाता उससे पहले ही पीछे जाकर गहरे गड्ढे में टायर जाने से पिकअप सड़क पर पलट गई है। गाड़ी में एक लाख से ऊपर की खाद्य सामग्री थी। जिसका नुकसान हुआ है। सामान के अतिरिक्त गाड़ी पलटने से हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। यदि कम्पनी सही तरीके से कार्य करती और मार्ग पर गहरे, गड्ढे और मलबा न फेकती तो यह दुर्घटना न होती। एचईएस इन्फ्रा कम्पनी ने रुद्रा कंस्ट्रक्शन को राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य पेटी पर दिया हुआ है। इसलिए सरकारी पैसों को डकारने के चक्कर में दोनो कपनियां मिलकर क्षेत्रवासियों की जिंदगियों पर भारी पड़ रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर कंपनियों की मनमानी के कारण मार्ग की हालत दयनीय बनी हुई है। जिस पर प्रशासन को सख्ती से कार्यवाही करके कार्य करवाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि एचईएस इन्फ्रा कम्पनी की कार्यप्रणाली पहले से ही सवालों के घेरे में रही है। इससे पहले कम्पनी पर राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मिलकर घटिया सामग्री व घटिया कार्य करवाने के आरोप लगते रहे है। लेकिन केंद्र व प्रदेश सरकार उक्त कम्पनी के खिलाफ कार्यवाही करने पर गुरेज करती नजर आई है। और राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने तो कम्पनी पर कार्यवाही न करने की जैसे कसमें खाई हो। बेरहाल टिंबी से लेकर श्रीक्यारी तक राष्ट्रीय राजमार्ग 707 की हालत अधिक दयनीय बनी हुई है। शिलाई प्रशासन ने मामले को दर्ज करके पीड़ित व्यक्ति को हुए नुकसान की भरपाई करने के आदेश कम्पनी को दिए है। यदि कम्पनी पिकअप दुर्घटना में हुए नुकसान की भरपाई नहीं करती है तो विभागीय कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी।
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