News portals-सबकी खबर (कफोटा) उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान के गृह क्षेत्र में पिछले एक साल लगातार वन भूमि पर अवैध खनन ,यहाँ रक्षक ही बन रहे भक्षक ,सरकार औऱ वन भूमि की संपदा को पहुँचाया जा रहा भारी नुकसान ,वन भूमि पर अवैध खनन करके खनन माफिया कुठ रहे चांदी ,अवैध खनन के नाम पर विभाग अपना बचाव पक्ष के लिए कर रहा मामूली चालान । क्षेत्रीय लोगों ने दी चेतावनी समय रहते वन भूमि पर अवैध खनन नही रुका तो विभाग के खिलाफ होगा आंदोलन ।
माफिया के लोग दिनरात लूट मचा रहे हैं, और जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे हैं। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि इस गोरख धंधे में विभागों की मिली भगत है। जबकि विभाग अपने बचाव के लिए केवल अवैध खनन करने वालो से मामूली डीआर काटकर अवैध खनन करने वालो का सरंक्षण कर रहा है। पैसों के चंद सिकों के लिए वन भूमि में अवैध खनन करके खनन माफिया वन भूमि से लाखों टन बजरी बेच कर सरकार और वन विभाग को चुना लगा रहे है । जिससे वन विभाग और प्रदेश सरकार को भारी नुकसान हो रहा है । हालांकि वन भूमि से निकली जा रही बजरी तिलोरधार से टिम्बी तक सड़क में जगह -जगह बजरी के ढेर लगे हुए लेकिन विभाग की मिली भगत के चलते ना तो मार्ग में रखी बजरी को उठा रही ना कोई खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
खनिज की चोरी से क्षेत्रीय लोगों में वन विभाग सहित प्रशासन के प्रति भारी रोष है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने वन विभाग को चेतावनी दी है।यदि समय रहते अवैध खनन पर लगाम नहीं लगा तो विभाग और प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
उधर श्री रेणुका जी वन मंडल के डीएफओ बलदेव राज ने बताया कि इस क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि टीम को जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।