Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 24, 2024

भाजपा नेताओं, एसडीएम व प्राचार्य के खाली पद आश्वासन के बाद अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह में विद्यार्थी परिषद द्वारा गुरुवार बाद दोपहर 12 बजे शुरू की गई अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल हालांकि शुक्रवार को दूसरे दिन ही समाप्त हो गई थी, मगर क्रमिक अनशन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। शनिवार को तीसरे दिन पूर्व विधायक रूप सिंह तथा महाविद्यालय के पीटीए अध्यक्ष हीरापाल आदि भाजपा नेता छात्रों को स्टाफ उपलब्ध करवाने का आश्वासन देने पहुंचे। इससे पूर्व शुक्रवार सांय भारत नेता बलबीर चौहान व विजेंद्र शर्मा, एसडीएम संगड़ाह डॉ विक्रम नेगी तथा कार्यवाहक प्राचार्य द्वारा छात्रों को उनकी मांग सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिया गया। कार्यवाहक बीएमओ संगड़ाह डॉ कृष्णा भटनागर ने बताया कि, शुक्रवार को दो चिकित्सकों का दल छात्रों के मेडिकल चेकअप के लिए गया था और विभाग घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य जगपाल तोमर ने बताया कि, क्योंकि यहां वर्तमान में नॉन मेडिकल के छात्र नहीं है, इसलिए फिलहाल खाली पद पीटीए बेस पर नहीं भरे जाएंगे।

खाली पड़े तीनों संकाय के प्राध्यापकों के 50 फ़ीसदी के करीब पदों को न भरे जाने के मुद्दे पर एबीवीपी द्वारा यहां भूख हड़ताल शुरू की गई है। छात्रों द्वारा इस बारे स्थानीय प्राचार्य को अपना ज्ञापन सौंपा गया था। विद्यार्थी परिषद कैंपस प्रेसिडेंट सुनील ने बताया कि, इससे पहले भी उन्होंने उक्त मुद्दे पर भूख हड़ताल की थी, मगर 14, सितंबर, 2019 को तत्कालीन भाजपा मंडल अध्यक्ष, एसडीएम व थाना प्रभारी द्वारा उन्हें 15 दिनों में स्टाफ उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया गया था। गौरतलब है कि, पिछले 2 साल से कॉलेज में नान-मेडिकल के विषयों के प्रेक्टिकल के लिए दो-चार दिन के लिए भी यहां अन्य महाविद्यालयों से प्राध्यापक अथवा असिस्टेंट प्रोफेसर प्रतिनियुक्त नहीं किए गए। इतना ही नहीं महाविद्यालय प्रशासन द्वारा पीटीए के माध्यम से भी खाली पद नहीं भरे गए और नाहन महाविद्यालय माइग्रेंट हुए कुछ छात्रों के अनुसार उन्हें पलायन की राय दी गई। आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवार अपने बच्चों को नाहन, सोलन व अन्य शहरों में नहीं भेज पा रहे हैं। 2006 में खुले इस महाविद्यालय में स्नातकोत्तर व इगनू की कक्षाएं भी शुरू नहीं हुई। 2019 में छात्रों द्वारा हड़ताल किए जाने के बाद गत वर्ष महाविद्यालय में मौजूद फिजिक्स के एक मात्र प्राध्यापक को प्राचार्य की गैरमौजूदगी में कार्यालय अधीक्षक द्वारा रिलीव किया गया, जिसके बाद यहां नॉन मेडिकल का कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं है। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य जगपाल तोमर ने बताया कि, वर्तमान में यहां नॉन मेडिकल के छात्र न होने के कारण पीटीए के माध्यम से खाली पद भरे जा रहे हैं।

Read Previous

शिलाई में बह रही ज्ञान गंगा, कथा व्यास कला ठाकुर के श्रीमुख से श्रीराम कथा, सत्संग सार का ग्रामीण उठा रहे लुप्त

Read Next

जल्द शुरू होगी बड़याल्टा पैराग्लाइडिंग साईड को मंजूरी दिलाने की प्रक्रिया

error: Content is protected !!