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– रामेश्वर सिंह ठाकुर, आईपीएस (हिमाचल प्रदेश-2003) डिप्टी डायरेक्टर, डब्ल्यूसीसीबी भारत सरकार को वन्य जीव कानून प्रवर्तन की दिशा में उनके योगदान के लिए 2019 क्लार्क आर बारविन पुरस्कार मिला है।
डब्ल्यूसीसीबी के एक हिस्से के रूप में, जो भारत में विभिन्न एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय और वन्य जीव कानूनों के प्रवर्तन और अवैध वन्य जीव अपराधी के विघटन के लिए कार्यरत है। यह पुरस्कार सीआईटीईएस (वन्यजीवों के लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन) की महासचिव सुश्री इवोन हिगुएरो द्वारा जेनेवा- स्विटज़रलैंड में चल रहे सीआईटीईएस की पार्टियों के सम्मेलन (सीओपी-18) के दौरान एक समारोह में
दिया गया।
रामेश्वर ठाकुर 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। यूएसए के वाशिंगटन स्थित एनीमल वैलफेयर इंस्टीटयूट ने आईपीएस रामेश्वर ठाकुर को क्लार्क आर बेविन लॉ एनफोर्समेंट अवार्डके लिए चयनित किया था। यह पुरस्कार जेनेवा में सैंकड़ो देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मिलता है।
* बता दे कि आखिर है कौन आईपीएस अधिकारी रामेश्वर सिंह ठाकुर*
– हिमाचल प्रदेश 2003 काडर के आईपीएस अधिकारी रामेश्वर सिंह ठाकुर शिमला जिला से है। उन्होंने करीब 9 साल तक एसपीजी में सेवाएं दी। जिसके बाद 2012-13 में बतौर सिरमौर एसपी पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। बेहतरीन सेवाओं के लिए केंद्रीय कोटे से राष्ट्रपति पुलिस मेडल सम्मान भी मिल चुका है। अब, 20 अगस्त 2019 को जनेवा में हुए सम्मेलन में आईपीएस अधिकारी ने अवार्ड को प्राप्त किया।
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