News portals-सबकी खबर (धर्मशाला )
बर्ड फ्लू को लेकर अब चौंकाने वाले तथ्य सामने आने लगे हैं। पौंग बांध के आसपास पिछले कुछ दिनों से नहीं, बल्कि करीब दो माह से पक्षियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया था। प्रवासी पक्षी ही नहीं, बल्कि अब स्थानीय पक्षी भी बड़ी संख्या में मृत मिलने शुरू हो गए हैं। क्षेत्र में कौए, मैना, कबूतर, घुग्गियां व अन्य पक्षी भी मर रहे हैं। इससे क्षेत्र में दहशत है। पालतू पक्षियों के मरने का मामला चौंकाने वाला है। इस तरह बर्ड फ्लू की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों का आंकड़ा 3500 से अधिक हो गया है। अन्य पक्षियों सहित दर्जनों मुर्गे भी बर्ड फ्लू का शिकार हो चुके हैं। पौंग झील के साथ सटे सुगनाड़ा गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी 45 में से 41 मुर्गियां अचानक मर गई।
पिछले कुछ दिनों से यह सिलसिला चल रहा है। उन्होंने बताया कि यहां पिछले करीब दो माह से पक्षियों के धीरे-धीरे मरने का सिलसिला शुरू हो गया था। अब पिछले कुछ दिनों से अधिक संख्या में पक्षी मरने शुरू हुए हैं। इसके साथ ही बर्ड फ्लू से स्थानीय पक्षी भी मरने लगे हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू ने हिमाचल की चिंताएं बढ़ा दी हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांगड़ा पहुंचकर बर्ड फ्लू से बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिए यहां जिला प्रशासन सहित वन विभाग व पशुपालन विभाग के साथ बैठक करेंगे।
उधर, उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों का आंकड़ा 3500 से अधिक हो गया है। दर्जनों कौए और स्थानीय पक्षी भी इस जानलेवा फ्लू का शिकार हुए हैं। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और बर्ड फ्लू से निपटने के लिए माकूल इंतजाम किए जा रहे हैं।
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