पंचायत के सभी युवा हुए एकजुट- पंचायत चुनाव में पैसा, शराब, मीट, लौटा नमक व क्षेत्रवाद का होगा विरोध
News portals-सबकी खबर(कफोटा)
गिरिपार क्षेत्र के ग्राम पंचायत शिल्ला के नवयुवक मण्डल के द्वारा एक बैठक का आयोजन साजा प्रांगण महासू मंदिर में की गई । यह बैठक नवयुवक मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र चौहान,उपाध्यक्ष सुनील चौहान, कोषाध्यक्ष अजय चौहान, की अध्यक्षता में की गई । इस बैठक में पंचायत के सभीओ ने भाग लिया । बैठक में नवयुवक मंडल ने पंचायत के सभी युवाओ के साथ साझा किया गया की पंचायत चुनाव में वोट को खरीदने के लिए पैसा शराब व मीट बांटने के तरीके की एक प्रथा चली आ रही है जिसका की शिल्ला नवयुवक मंडल द्वारा आगामी पंचायती चुनाव में विरोध किया जाएगा । इस बात को लेकर पंचायत के सभी युवाओ ने इस बात पर सहमति भी जताई और आगमी पंचायत चुनावों में सभी युवा एकजुट होकर चली आ रही प्रथा चुनाव में वोट को खरीदने के लिए पैसा शराब व मीट बांटने का पूरी तरह विरोध करेगे ।
इस मौके पर शिला नवयुग मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र चौहान उपाध्यक्ष सुनील चौहान, कोषाध्यक्ष अजय चौहान,भूतपूर्व प्रधान रणजीत सिंह, धीमान सभा अध्य्क्ष दीपचंद धीमान , तपेंदेर सिंह,अत्तर सिंह , रतन सिंह तोमर, रमेश चौहान, नत्तेर सिंह, जय सिंह, ज्ञान सिंह, दिनेश, निशु चौहान, संदीप, बबलू चौहान , नरेंद्र सिंह, देवेंदर सिंह, पूर्ण सिंह,देवेंद्र सिंह,विक्की धीमान,निकेश चौहान,संजय,पंकज,,अनिल चौहान तिलकान,हरीश तिलकान,पवन सिंह,निहाल चौहान,भीम सिंह ,सिया राम, पदम् सिंह , संदीप सिंह, गुरुदत्त चौहान चौहान आदि मौजूद रहे ।
बता दे कि इस विरोध को युवाओ ने इस बार जनता के जेहन में उतारने में कामयाब होना हैं । आपको बता दे कि पंचायत लोकतंत्र की एक प्रथम इकाई है ,जो भ्रष्टाचार की जंजीरों से कैद है । पंचायत में जो बजट सरकार गांव की गलियों सड़कों नालियों व अन्य विकासात्मक कार्यो के लिए देती है। यह बजट पंचायत प्रधान व उसके खास रसूखदार व तानाशाह लोग ही अपनी मनमर्जी से खर्चे कर अपनी जेब भरते हैं । इसके लिए हमारे देश के भ्रष्ट सत्ताधारी के साथ-साथ सरकार के भ्रष्ट अधिकारी भी देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ।
वही इस छोटे पंचायत चुनाव में प्रतिनिधि पानी की तरह पैसा बहा कर लोगों से वोट बतटोरते है । चुनाव में जो लोग पैसा शराब और मीट बांटते हैं उनके साथ भ्रष्टाचार के लिए वह लोग भी उतने ही जिम्मेदार है जो लोग पैसा शराब और मीट खाते हैं । पहली बात यहाँ पर हम उन लोगों के बारे में भी कहना चाहते हैं ,जो चुनाव में प्रतिनिधि का खर्चा करवा के पैसे शराब और मीट के बदले अपना कीमती वोट देते हैं । उसे चुनाव के बाद विकास के कार्य पर सवाल व मांग करने का कोई अधिकार नहीं बनता । क्योंकि जाहिर सी बात है कि जब एक प्रतिनिधि चुनाव जीतने के लिए लाखों रुपए खर्च था है तो उसका पूरा ध्यान बिकास की बजे अपनी खाली जेब को भरने में रहता है। दूसरा जो आदमी चुनाव में पैसा लगाता लगाकर लोकतंत्र को खोखला करता है, उसके लिए हम कहना चाहते हैं कि आप 2020 में होने वाले ग्राम पंचायत के चुनाव में उतना पैसा लगाएं जितना आप को दान देने या पैसा बर्बाद करने की श्रद्धा और क्षमता ।
बता दे कि नवयुवक मंडल शिल्ला के युवाओं ने बताया कि ग्राम पंचायत शिल्ला में आज तक जितने भी चुनाव हुए वे सब पैसे के दम पर जीते गए हैं । और उसके बाद पंचायत में अपनी मनमानी कर के कई गुना पैसा कमाया है। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा जो व्यक्ति पैसा लगाकर गलत तरीके से वोट को लपेटने की कोशिश करेगा उसके ऊपर पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 158 की सभी उप धाराओं के तहत प्रशासन से कार्रवाई की मांग की जाएगी और प्रतिनिधि को निलंबित करवाया जाएगा और अगर कोई प्रतिनिधि चुनाव लड़ने में गुपचुप तरीके से पैसा बांट कर जीतने में कामयाब हो भी जाता है तो उसको पंचायती राज अधिनियम 1994 के तहत पंचायत गतिविधियां करवाने के लिए भादय होना पड़ेगा। वह प्रतिनिधि इस बात को भूल जाएं कि वह इस बार अपना झोला भरने में कामयाब रहेगा। शिल्ला नवयुवक मंडल द्वारा लोगो इस बार चुनाव में पैसा शराब मीट लौटा नमक व क्षेत्रवाद का पूरा जोर से विरोध करती है।
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