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November 24, 2024

जानिए… क्यों शेऊ-बाग के ग्रामीणों ने मंत्री को भेजा पत्र ।

न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर (संगड़ाह)

गांव शेऊ -बाग में पीने  का पानी नही मिलने पर व बार-बार अधिकारियों को शिकायत करने पर भी पाइप लाइन को ठीक ना करने पर ग्रामीणों ने स्वास्थ्य मंत्री को भेजी लिखित शिकायत । बरसात में नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रमीण । गांव में बने लिंक रोड से भी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त |

 

बता दे कि गिरी नदी के साथ लगते गांव शेऊ-बाग की पेयजल योजना पिछले आठ माह से बंद होने के चलते ग्रामीण तब से अब तक गिरी नदी का असुरक्षित पानी पीने पर मजबूर है। संबंधित अधिकारियों द्वारा बार-बार शिकायतों के बावजूद लाइन की मुरम्मत न किए जाने से परेशान ग्रामीणों द्वारा इस बारे हिमाचल के सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री को भी लिखित शिकायत भेजी गई है। दीपक कुमार, भगतराम, धनवीर सिंह, शिशुपाल, कौशल्या देवी, दीवान सिंह व रोशनी देवी आदि दो दर्जन के करीब ग्रामीणों ने शुक्रवार को शिकायत पत्र की प्रति के साथ यहां जारी बयान में कहा कि, बरसात में नदी का पानी गंदा होने के चलते उनकी परेशानी कईं गुना बढ़ गई है। नदी में बाढ़ आने पर कईं बार कूहल अथवा बांध टूट भी जाता है। उन्होंने कहा कि, इस बारे कईं बार विभाग के सहायक अभियंता जमटा तथा स्थानीय कनिष्ठ अभियंता शिकायतें किए जाने के बावजूद पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं की गई। ग्रामीणों के अनुसार इस बारे वह गुरुवार को आईपीएच विभाग के ऑनलाइन हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायत की चुके हैं। उन्होंने कहा कि, दिसंबर 2018 में बंद हुई उक्त पेयजल योजना की मुरम्मत के लिए वह श्रमदान करने को भी तैयार हैं, मगर विभाग के स्थानीय लाइनमैन उनके पास समय न होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि, पेयजल योजना बंद होने से गांव के 18 परिवारों के साथ-साथ स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

उधर ,विभाग के सहायक अभियंता जोगिंद्र सिंह ने बताया कि, स्टाफ की कमी के चलते करीब 20 साल पुरानी उक्त पेयजल योजना की मुरम्मत में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि, गांव में बने लिंक रोड से भी लाइन क्षतिग्रस्त हुई। विभाग के स्थानीय कर्मचारी से इस बारे जवाब तलब किया गया है।

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