सिरमौर की आबोहवा से गायब हुए जहरीले कण
News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
जिला सिरमौर के मैदानी भाग व् पहाड़ी क्षेत्र में वतावरण अधिक प्रदूषित हो गया था लेकिन लॉकडाउन के 70 दिनों की अवधि में सिरमौर की आबोहवा स्वच्छ हो गई है। हवा से जहरीले कण गायब हो गए। अमूमन हवा में 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक रहने वाले कण (एयर क्वालिटी इंडेक्स) लॉकडाउन में 50 से 60 ही पाए गए। मैदानी क्षेत्रों से भी पहाड़ और उन पर जमी बर्फ साफ नजर आ रही है। लॉकडाउन में हर तरफ साफ और स्वच्छ वातावरण नजर आने के साथ प्राकृतिक सुंदरता भी बढ़ गई है। पर्यावरणविदों का कहना है कि अच्छे वातावरण के कारण बीमारियों से भी निजात मिलेगी। इससे पहले वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया था।
सिरमौर की हवा में घुल रहा था जहर
बीते साल की बात की जाए तो सिरमौर के मैदानी क्षेत्रों की आबोहवा में जहर घुल रहा था। कालाअंब क्षेत्र में धूलकण का स्तर 130-135 ओयूजी/एम3 था। वहीं, पांवटा सहित आसपास के अन्य क्षेत्रों का भी यही हाल था। वैज्ञानिकों के अनुसार हवा में मिट्टी के कण 100 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर पार्टस से ज्यादा नहीं होने चाहिए। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिशासी अभियंता एके शारदा ने बताया कि प्रदूषण के स्तर में 50 फीसदी से अधिक की कमी आंकी गई है। अब हवा काफी स्वच्छ हो गई है।
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