Newsportals-सबकी खबर (नाहन)
प्रदेश में सरकारी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े मेडिकल कालेजों में शुमार जिला सिरमौर के नाहन स्थित डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल अभी भी स्थापना के छठे वर्ष में प्रवेश करने के बावजूद सिरमौर जिला के लोगों की कसौटी पर खरा नहीं उतर रहा है। कई विभागों में स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार इस मामले में आंखें बंद कर बैठी हुई है। मरीजों को सही समय पर उपचार ने मिलने से सरकार के प्रति गुस्सा पनप रहा है। मेडिकल कालेज में जहां गत तीन वर्षों से स्थायी तौर पर प्रधानाचार्य की नियुक्त नहीं हो पाई है तो वहीं मेडिकल कालेज के अधिकांश विभागों में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर के अलावा सीनियर व जूनियर रेजिडेंट के कई पद खाली पड़े हैं। जिला सिरमौर को तीसरा मेडिकल कालेज तो मिल चुका है, परंतु अभी भी सिरमौर जिला के लोगों के स्वास्थ्य के लिए सफेद हाथी बना हुआ है। मेडिकल कालेज के अधिकांश विभाग तीन से चार डाक्टरों के सहारे चल रहे हैं। इन चिकित्सकों को एमबीबीएस के प्रशिक्षु चिकित्सकों को पढ़ाना भी है। साथ ही उनके प्रैक्टिकल भी लेने हैं तथा उसके साथ ओपीडी में भी सेवाएं देनी हैं। आपातकालीन सेवाओं के अलावा नाइट ड्यूटी का अतिरिक्त भार भी इन्हीं चिकित्सकों के कंधों पर लदा है। गौर हो कि जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन में वर्ष 2016 में हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार के नाम से मेडिकल कालेज का शुभारंभ हुआ था। पहला बैच अगस्त, 2016 में 100 सीटों का भरा गया था।
तत्कालीन निदेशक मेडिकल शिक्षा डा. जयश्री शर्मा को तत्कालीन सरकार ने एक्सटेंशन देकर मेडिकल कालेज नाहन का प्रिंसीपल बनाया था। डा. जयश्री शर्मा का बतौर प्रिंसीपल का एक्सटेंशन अगस्त, 2019 तक रहा। डा. जयश्री शर्मा के सेवानिवृत्त होने के बाद डा. अशोक कुमार सहाय को मेडिकल कालेज का कार्यवाहक प्रधानाचार्य नियुक्त किया गया था तथा उनका कार्यकाल भी करीब छह माह का रहा। उनके पश्चात फिर से मेडिकल कालेज नाहन को नए कार्यवाहक प्रिंसीपल के रूप में डा. अनिल कुमार कांगा को कार्यभार सौंपा गया। उनकी समयावधि भी करीब तीन से चार माह की रही। वर्तमान में मेडिकल कालेज नाहन में बतौर प्रिंसीपल वरिष्ठ चिकित्सक डा. एनके महिंदु्र तैनात हैं। डा. एनके महिंदु्र का तीन वर्ष का एक्सटेंशन समय अक्तूबर, 2021 में पूरा हो चुका है तथा डा. एनके महिंद्रु को प्रदेश सरकार द्वारा छह माह की फिर से एक्सटेंशन दी गई थी तथा यह एक्सटेंशन भी अब 30 अप्रैल को पूरी हो रही है। उधर, मेडिकल कालेज नाहन के प्रिंसीपल डा. एनके महिंदु्र ने बताया कि सरकार 68 वर्ष तक एक्सटेंशन दे सकती है परंतु यह सरकार के निर्णय पर निर्भर करता है। (एचडीएम)
एमआरआई तक की सुविधा नहीं
डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज नाहन का अपना नया भवन अभी बनना शुरू हुआ है। इसमें अभी लंबा समय लगना है। ऐसे में मेडिकल कालेज के पास केवल तीन लैक्चर थियेटर हैं। नाहन महाविद्यालय के आट्र्स ब्लॉक को भी फिलहाल मेडिकल कालेज को दिया गया है। मेडिकल कालेज में अल्ट्रासाउंड के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। एमआरआई की सुविधा उपलब्ध नहीं है। सीटीस्कैन भी पिछले करीब छह महीने से ही सुचारू रूप से चल पाया है।
सेवानिवृत्ति की आयु रखी है 65 वर्ष
विभागीय जानकारी के मुताबिक मेडिकल कालेजों में रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष रखी गई है तथा सरकार की इच्छा पर यह एक्सटेंशन तीन वर्ष यानी 68 वर्ष तक बढ़ाई जा सकती है।
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