News portals-सबकी खबर (नई दिल्ली)
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और उसके पड़ोस पर बना हुआ है। इसके मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैलने की संभावना है। इस कारण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में बुधवार से बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि इसके प्रभाव में 16 नवंबर को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है, “इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके बाद यह धीरे-धीरे 18 नवंबर के आसपास दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में एक अवसाद में केंद्रित हो जाएगा। मौसम विभाग ने कहा है, “इसके प्रभाव में 15 और 16 नवंबर 2022 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है। 16 तारीख को दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में हवा की गति 40-45 किमी प्रति घंटे से 55 किमी प्रति घंटे तक रहने की प्रबल संभावना है।वहीं, 17 और 18 नवंबर को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और 18 और 19 नवंबर को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। पूर्वानुमान में यह भी सलाह दी गई है कि मछुआरे 16 और 17 तारीख को दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में जाने से पहरहेज करें। इसके साथ ही 17 और 18 तारीख को बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में और 18 और 19 तारीख को बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर मछुआरों को जाने से परहेज करने की सलाह दी गई है। वहीं, 20 और 21 नवंबर को तमिलनाडु-पुडुचेरी तट से भी उन्हें दूर रहने की सलाह दी गई है।
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