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आज के जमाने मे लोग व बच्चों को मोबाइल चलाने व एलडी पर अधिक आँखे गड़ाए रखने की आदते पड़ी है । इस पर पांवटा साहिब के इंचार्ज व नेत्र विशेषज्ञ डा.सहगल ने लोगो को सलाह दी है कि मोबाइल कम्प्यूटर स्क्रीन पर ज्यादा देर तक आंखे गढाए रखने से युवाओं और बच्चों की आंखो का पानी सूख जाता है। कम्प्यूटर व टीवी शो लगातार देखने वाले बच्चों से लेकर आईटी और बैंक सहित निजी सेक्टर में कामकाजी लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैंं। गर्मियों के चलते ड्राई आई की समस्या दोगुनी बढ गई है।
पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 50 से 90 मरीज सिर्फ आंखों का उपचार करवाने के लिए पहुंच रहे है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सहगल ने बताया कि ओपीडी में आने वाले करीब 30 प्रतिशत लोग आंखों में चुभन और किरकिराहट की शिकायत को लेकर पहुंच रहे है। इस दौरान जांच में ड्राई-आई की समस्या सामने आ रही है। 20 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में सबसे अधिक यह समस्या देखने को मिल रही है।
गौरतलब हो कि पांवटा सिविल अस्पताल में इन दिनों आंखों का उपचार करवाने वाले लोगों में खासा ईजाफा हुआ है। रोजाना सैंकड़ों की सख्या में लोग उपचार करवाने के लिए पहुंच रहे है। सबसे सबसे अधिक परेशानी ड्राई- आई की है। इसमेें मरीजों की शिकायत आंखों में चुभन व लाल होना है।
बता दे कि पांवटा सिविल अस्पताल में पांवटा क्षेत्र के अलावा पहाड़ी क्षेत्र गिरीपार व साथ लगते राज्यों हरियाणा, उत्तराखंड के लोग भी अपना उपचार करवाने के लिए पांवटा सिविल अस्पताल पहुंच रहे है। वहीं पांवटा सिविल अस्पताल के इंचार्ज डाक्टर सहगल की माने तो लगातार बड़ी स्कीन और स्मार्टफोन का चलन बढने से भी आंखों की बिमारियों में इजाफा हुआ हैं। इसके साथ- साथ एलर्जिक कंजेक्टिाइटिस लोगों पर लगातार हावी हो रही है। बताया जा रहा है कि इन दिनों अस्पताल में एलर्जिक कंजेक्टिाइटिस से पीडित इलाज के लिए पहुंच रहे। इस बीमारी की चपेट में आने से आंखे लाल हो जाती है और सफेद पदार्थ जमने लगता है। आंखों में मिचमिचाहट और पानी निकलने की समस्या भी होती है। यह बीमारी बहुत तेजी से फैलती है।
नेत्र विशेषज्ञ डा. सहगल ने कहा कि ड्राई आई की समस्या में बीस- बीस – बीस का फार्मूला कार्य करता है। कम्प्यूटर ,टीवी या फिर मोबाइल की स्क्रीन पर 20 मिनट लगातार देखने के बाद , 20 मीटर की दूरी पर 20 सेंकड तक देखना चाहिए। इससे बीमारी की आंशका कम होती है। हरे पेड -पौधों को देखने से भी राहत मिलती है!
वही डॉ सहगल ने लोगो को सुझाव दिये है कि वह अपने फोन और एलडी पर देखते समय एक मिनट में 15 बार झपकाए पलकें झपकानी चाहिएं। इससे कोर्निया में तरलता बनी रहती है। मोबाइल और कम्प्यूटर में काम करते समय लोग पलके नहीं झपकातेे , इससे आंखों में पानी कम बनता है। यही कारण है कि लोगों में ड्राई आई की समस्या पैदा होती है।इस लिये बताए गए सूझवो को समझे और अपनाए ताकि अनमोल आखों को बचा सके ।
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