News portals-सबकी खबर (पोंटा साहिब )
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर हेवणा के समीप मानव निर्मित भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले 12 घंटों से आवाजाही के लिए प्रभावित होने के बाद बंद है। राजमार्ग प्राधिकरण सहित स्थानीय प्रशासन ने लोगों को आ रही समस्याओं के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाए है। जिसके कारण लोगों को जहां भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। वहीं रात से खड़ी नगदी फसलों से भरी गाडियां खड़ी है। टमाटर की गाड़ियों को अधिक नुकसान हुआ है। यह बताया जा रहा है। दर्जनों टमाटर की गाडियां मंडियों में नही पहुंच पाई है। जिससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान होने की सूचनाएं है। साथ ही इन दिनों हिमाचल में सेब का सीजन चल रहा है। और राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर मार्ग अवरूद्ध होने से सेब से लदी गाडियां मंडियों तक नही पहुंच पाई है।
शिलाई, नाहन, शिमला, चंडीगढ़, देहरादून जानें वाले यात्रियों के साथ मरीजों के वाहन कतारों में खड़े मार्ग के खुलने का इंतजार कर रहे है। प्रदेश सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी के कारण लोगों में राजमार्ग प्राधिकरण व स्थानीय प्रशासन के विरुद्ध रोष व्याप्त है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर हेवणा से अश्याडी के बीच आरजीवी कम्पनी मार्ग चौड़ीकरण का कार्य कर रही है। इस बीच कम्पनी की मनमर्जी लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। कम्पनी द्वारा मार्ग की बेतरतीव कटिंग की जा रही है। पहाड़ी सरचना वाले एरिया में कम्पनी तिरछा पहाड़ काटने की जगह अंडर कट लगा रही है। जिसकी वजह से अक्सर मार्ग पर भूस्खलन होता रहता है। बताया जा रहा है कि अंडर कटिंग कम्पनी द्वारा इसलिए करवाई जाती है।
ताकि कम कार्य करके अधिक एरिया में भूस्खलन हो जाए और कम पैसों में अधिक एरिया से मिट्टी व पहाड़ को खाली किया जा सकें। राजमार्ग प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन भी कम्पनी की ऐसी कार्यप्रणाली पर सख्ती करने की जगह खुली छूट देता नजर आ रहा है। इसलिए मार्ग 12 घंटों से बंद है। लेकिन प्रशासनिक अम्ला को इससे कोई परेशानियां नजर नहीं आ रही है। मार्ग पर रात से फंसे लोगों की माने तो राजमार्ग प्राधिकरण व स्थानीय प्रशासन कम्पनी के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त है। इसलिए कम्पनी पर बेतरतीव कार्य के लिए कार्यवाही नही करता है। लोगों ने बताया की यदि पूरी रात जिस तरह लोग फंसे है।
उसी तरह पावटा व शिलाई एसडीएम सहित राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के परिवार फंसे होते तो तब पता चलता की रातभर गाड़ियों में बैठकर रात गुजारने से इंसान के अंदर सुबह कितनी एनर्जी पैदा होती है। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों की सब जगह सेटिंग होती है। और चंद कागजी नोटो के लिए अपना जमीर बेच देते है। लोगों ने मांग की है कि कुंभकरणी नीद सोए अधिकारियों पर प्रदेश व केंद्र सरकार जल्द कार्यवाही अम्ल में लाने की कृपा करें। अन्यथा अब समूचे एरिया के लोग सचिवालय का घेराव करने वाले है। अलबत्ता पिछले 12 घंटो से मार्ग में फंसे लोगों के लिए खबर लिखे जाने तक प्रशासनिक अम्ला सहित आरजीवी कम्पनी की तरफ से कोई उचित कदम नहीं उठाए गए थे।
Recent Comments