News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
गिरिपार क्षेत्र को जोड़ने वाला मार्ग पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे पर कच्ची ढांक में भूस्खलन होने से धंसी सड़क सोमवार को तीसरे दिन भी बहाल नहीं हो पाई। सड़क के दोनों ओर से बसों की अदला-बदली कर लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके लेकिन मलबे के ऊपर से पैदल चलना जोखिम से कम नहीं रहा। लोग जोखिम उठाकर मलबे के ऊपर से पैदल चलते हुए देखे गए। सड़क बंद होने के कारण सतौन में चूना पत्थर का कारोबार भी तीन दिन से ठप हो गया है। बाहरी राज्यों को होने वाली सप्लाई रुक गई है।
वही राखी का त्योहार होने के चलते दर्जनों महिलाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। विभाग के अधिकारी मौके पर मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। विभाग की मशीनें सुबह साढ़े 6 बजे से शाम को देर 6 बजे तक कार्य कर रही हैं। मशीनें मौके पर 12 घंटे से ज्यादा काम पर लग रही जिसके चलते विभाग ने तीन दिन में ही 300 मीटर सड़क से हजारों टन मलबे को साफ कर दिया है।
सहायक अभियंता अजय अग्रवाल ने कहा कि सड़क पैदल आवाजाही के लिए खोल दी है। सड़क के ऊपर एक पैरापिट बनाया जा रहा है। मंगलवार तक सड़क आवाजाही के लिए खोली जा सकती है। उधर, तीन दिन से चूना पत्थर कारोबार बंद चला हुआ है। सड़क बंद होने के कारण चूना पत्थर की बाहरी राज्यों को होने वाली सप्लाई ठप पड़ गई है।
सोसायटी के अध्यक्ष सतीश चौहान ने बताया कि यहां से सोसायटी के ट्रक के माध्यम से चूना पत्थर, पाउडर विभिन्न राज्यों को सप्लाई किया जाता है। यहां से रोजाना 100 ट्रक के करीब ट्रक रवाना होते हैं लेकिन सड़क बंद होने के कारण तीन दिन से सप्लाई पूरी तरह से ठप है। सतीश चौहान ने कहा कि बीते वर्ष भी एनएच बंद होने के कारण सतौन में कारोबार 16 दिन तक बंद रहा था। उस समय गिरि नदी में पानी कम होने के कारण वैकल्पिक सड़क तैयार की गई थी। सतौन से मुख्यत: हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात आदि राज्यों को चूना पत्थर की सप्लाई होती है। सतौन और हेवना में इस समय दो दर्जन से ज्यादा उद्योग पाउडर और मुर्गी दाना बना रहे हैं।
Recent Comments