न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर (संगड़ाह)
नागरिक उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में भूकंप अथवा प्राकृतिक आपदा से बचाव को लेकर केवल होमगार्ड के जवान अथवा सेक्शन लीडर परमानंद द्वारा स्थानीय महाविद्यालय के छात्रों को जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में हालांकि उक्त सेक्शन लीडर सहित तीन गृह रक्षकों द्वारा छात्रों को भूकंप से बचाव पर जानकारी दी गई, मगर सूबे के अन्य उपमंडलों की तरह यहां न तो सायरन अथवा हूटर बजा, न एंबुलेंस मौके पर पहुंची, न राहत शिविर लगा और न ही घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
गुरुवार को डिग्री कॉलेज संगड़ाह के प्रांगण में आयोजित उक्त कार्यक्रम के दौरान एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार, स्थानीय प्राचार्य डॉ दिनेश भारद्वाज व थाना प्रभारी जीत राम आदि गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे। प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपमंडल स्तर पर हालांकि गुरुवार को मेगा माक ड्रिल हुई, मगर संगड़ाह में केवल होमगार्ड के तीन जवानों द्वारा जानकारी देने तथा कुछ लेटे हुए छात्रों के फोटो खिंचवाने जैसी औपचारिकता पूरी होती दिखाई दी। आयोजकों के अनुसार कार्यक्रम के दौरान बारिश होने के कारण पूरी माक ड्रिल नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि, विकास खंड अथवा उपमंडल संगड़ाह में कहीं भी फायर ब्रिगेड अथवा सरकारी स्तर पर आग बुझाने तक की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग यहां सरकार की बजाय भगवान पर भरोसा कर स्वयं आगजनी, भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदाओं से अपनी जान बचाते हैं।में भूकंप अथवा प्राकृतिक आपदा से बचाव को लेकर केवल होमगार्ड के जवान अथवा सेक्शन लीडर परमानंद द्वारा स्थानीय महाविद्यालय के छात्रों को जानकारी दी गई। कार्यक्रम में हालांकि उक्त सेक्शन लीडर सहित तीन गृह रक्षकों द्वारा छात्रों को भूकंप से बचाव पर जानकारी दी गई, मगर सूबे के अन्य उपमंडलों की तरह यहां न तो सायरन अथवा हूटर बजा, न एंबुलेंस मौके पर पहुंची, न राहत शिविर लगा और न ही घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
गुरुवार को डिग्री कॉलेज संगड़ाह के प्रांगण में आयोजित उक्त कार्यक्रम के दौरान एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार, स्थानीय प्राचार्य डॉ दिनेश भारद्वाज व थाना प्रभारी जीत राम आदि गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे। प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपमंडल स्तर पर हालांकि गुरुवार को मेगा माक ड्रिल हुई, मगर संगड़ाह में केवल होमगार्ड के तीन जवानों द्वारा जानकारी देने तथा कुछ लेटे हुए छात्रों के फोटो खिंचवाने जैसी औपचारिकता पूरी होती दिखाई दी।
आयोजकों के अनुसार कार्यक्रम के दौरान बारिश होने के कारण पूरी माक ड्रिल नहीं हो सकी। गौरतलब है कि, विकास खंड अथवा उपमंडल संगड़ाह में कहीं भी फायर ब्रिगेड अथवा सरकारी स्तर पर आग बुझाने तक की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग यहां सरकार की बजाय भगवान पर भरोसा कर स्वयं आगजनी, भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदाओं से अपनी जान बचाते हैं।
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