News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब की हालत किसी से छुपी नही हे, प्रदेश सरकार द्वारा यहाँ पर पर्यटक की दृष्टि से अभी तक कोई सोगाद नही दी हे लेकिन अब जनता को उम्मीद है कि प्रदेश सरकार कम से कम अपने तीसरे बजट में तो पांवटा साहिब को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से उभारने का तोहफा दे सकती है। वही पांवटा साहिब के वरिष्ठ नागरिकों समेत बुद्धिजीवियों का मानना है कि मां यमुना की गोद में बसी गुरु की नगरी पांवटा साहिब में यदि सरकार और पर्यटन निगम की नजर-ए-इनायत हो तो इससे प्रदेश सरकार को तो फायदा होगा ही साथ-साथ पांवटा के लोगों के लिए भी रोजगार के द्वार खुल जाएंगे।
जानकारों बताते हे यदि प्रदेश सरकार अपने बजट में पांवटा को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का निर्णय लेती है तो पांवटा साहिब में पर्यटक हर साल 300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर सकते हैं। इस राशि से जहां यहां के व्यापारियों की आर्थिक हालत सुधरेगी, वहीं पांवटा के विकास को भी चार चांद लगेंगे। पांवटा गुरु की पावन नगरी है और यहां से हर साल कम से कम 30 लाख श्रद्धालु और पर्यटक गुजरते हैं, लेकिन अभी तक भी इन पर्यटकों को पांवटा में कुछ देर ही सही रोकने के लिए कोई खास प्रबंध नहीं है। लाखों श्रद्धालु यहां के ऐतिहासिक गुरु गोबिंद सिंह जी के गुरुद्वारे में माथा टेकने आते हैं। पर्यटकों के लिए पांवटा में अभी तक ऐसा कोई उपयुक्त रमणीक स्थल नहीं उभरा है। बता दे कि दो वर्ष पूर्व जीत के बाद अपनी पहली पत्रकार वार्ता के दौरान पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी ने बताया था कि वह पर्यटन के क्षेत्र में पांवटा साहिब में सभी संभावनाओं को तलाश कर सरकार से इस दिशा में प्राथमिकता से कार्य करवाने का आग्रह करेंगे अब जनता आस लगाए बैठी है कि प्रदेश सरकार इस बार के बजट में पांवटा को तोहफा जरूर देगी।
गुरु की नगरी में कृत्रिम झील पर बोटिंग खींच सकती है पर्यटक
पांवटा नगर को मां यमुना नदी के रूप में एक बड़ी सौगात मिली हुई है। यदि हम इस नदी का उपयोग सही ढंग से कर पाएं तो यह पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन सकता है। वही ब्राह्मण सभा पांवटा साहिब के प्रधान अजय शर्मा बताते हैं कि यमुना घाट पर एक कृत्रिम झील बनाई जा सकती है। इस झील पर यदि बोटिंग शुरू होगी तो यहां पर पर्यटक खुद-ब-खुद रुकेंगे। ब्लू प्रिंट विजन कमेटी के संयोजक अनिंद्र सिंह नौटी की टीम ने भी पांवटा के विकास का एक खाका तैयार कर प्रशासन और सरकार तक विकास की बात पहुंचाई है। इनके मुताबिक भी पांवटा साहिब में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और यदि सरकार यहां से गुजरने वाले पर्यटकों को सिर्फ 10 मिनट यहां रुकने का कोई कारण दे सकें तो पांवटा हर साल कम से कम 300 करोड़ का सालाना कारोबार करेगा।
यहा एनएच से हर साल गुजरते हैं सैकड़ों पर्यटक
पांवटा साहिब में हर साल देहरादून-चंडीगढ़ एनएच से सैकड़ों की तादाद में पर्यटक गुजरते हैं, लेकिन यहां रुकने के लिए कोई खास कारण या पर्यटक स्थल नहीं है। इसलिए वह सीधे देहरादून या चंडीगढ़ चले जाते हैं। सिखों की पवित्र धार्मिक यात्रा हेमकुंड साहिब की संगतें भी हर साल लाखों की तादात में पांवटा साहिब से गुजरती हैं। यदि इन पर्यटकों व यात्रियों को 10 मिनट के लिए पांवटा में रोकने के प्रबंध हो तो पांवटा की काया ही पलट जाएगी।
Recent Comments