Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

दिमागी बीमारी से जूझ रहे कोविड मरीजों के लिए साइकेट्रिक हेल्पलाइन नंबर किया जारी

बेहतर उपचार न मिलने पर कर सकेंगे शिकायत

News portals-सबकी खबर (शिमला)

आईजीएमसी प्रशासन की ओर से 78768-34207 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।  यह साइकेट्रिकजारी हेल्पलाइन नंबर   दिमागी बीमारी से जूझ रहे कोविड मरीजों के लिए जारी किया  गया है। अब कोविड वार्ड में भर्ती मरीज सातों दिन 24 घंटे कभी भी इस नंबर पर फोन कर अपनी मानसिक बीमारी के बारे में बात कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि किसी भी व्यक्ति को कोविड हो जाने पर उसे दिमागी तौर पर भी कई तरह की बीमारियों से होकर गुजरना पड़ता है। इससे मरीज में बीमारी से लड़ने की इच्छाशक्ति कम हो जाती है।

ऐसे में कोविड की बीमारी मरीज पर लगातार हावी होती रहती है। ऐसे भी कई मरीज हैं, जो कोविड होने के बाद डिपरेशन में चले जाते हैं। वे किसी से बात नहीं करते और न ही किसी के साथ अपनी दिक्कत बताते हैं। ऐसे में कई बार ऐसे मरीज आत्महत्या भी कर लेते हैं। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में यह व्यवस्था शुरू की गई है। इस तरह मरीजों के दिमाग में आने वाले किसी भी बुरे ख्याल का आसानी से उपचार मिल जाएगा।आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया का कहना है कि कोविड मरीजों के लिए साइकेट्रिक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य नंबर भी जारी किए गए हैं, जहां पर वे अपनी समस्या बता सकते हैं।

आईजीएमसी अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से अन्य नंबर भी लगाए गए हैं, ये नंबर कोविड वार्ड, आइसोलेशन वार्ड के अंदर और बाहर लगाए गए हैं। इसमें अस्पताल के एमएस, कोविड के नोडल अधिकारी, वार्ड इंचार्ज, आईजीएमसी के प्रधानाचार्य के नंबर लगाए गए हैं। अगर किसी भी मरीज को ऐसा लग रहा है कि उन्हें उपचार नहीं मिल रहा है या डाक्टर उन्हें नहीं देख रहे हैं, तो वे इन नंबरों पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, ताकि उन्हें बेहतर उपचार मुहैया हो सके।

Read Previous

प्रदेश में स्वास्थ्य-तकनीकी शिक्षा के नियम बदलने की तैयारी

Read Next

सबसे पहले वैक्सीन को रजिस्टर कराने वाले रूस ने तैयार की एक और वैक्सीन

error: Content is protected !!