News portals-सबकी खबर (संगड़ाह ) वन्य प्राणी अभयारण्य रेणुकाजी में रविवार दोपहर पहाड़ी से गिरकर घायल हुए बारहसिंगा हिरण की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। वन्य प्राणी विभाग के RO नंद लाल व खंड अधिकारी विरेन्द्र सिंह ने बताया कि, सोमवार प्रातः पशुपालन अधिकारी डॉ रेणु द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बाद उसे दबा दिया गया। विभाग के अंदेशा जताया कि, संभवतः दूसरे Raindeer अथवा बारहसिंगे से लड़ाई के बाद वह गिर गया था, हालांकि असली Cause of Death का पता शुक्रवार को Postmortem report के बाद चल सकेगा। रविवार को रेणुकाजी-संगड़ाह Road पर घायल अवस्था में पड़े इस वन्य प्राणी का 1 राहगीर ने Video बनाकर सोशल मीडिया पर व कुछ स्थानीय पत्रकारों से शेयर किया, जिसके बाद Wildlife Dipartment द्वारा इसे रेस्क्यू कर रेणुकाजी ले जाया गया। DFO रेणुकाजी उर्वशी ठाकुर ने इस मामले में वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारियों से बात करने को कहा। वन्य प्राणी विभाग के Range Officer नन्द लाल व BO विरेन्द्र सिंह ने कहा कि, रेणुकाजी-संगड़ाह सड़क पर दनोई के आसपास गिरे बारहसिंगा की गत देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। गौरतलब है कि, यहां वन्य प्राणी क्षेत्र से घास व लकड़ियां लाने के लिए लोग फेंसिंग अथवा जालियां तोड़ देते हैं, जिसके चलते न केवल दुर्लभ जीवों के हादसों की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि शिकारियों को भी रास्ते मिल जाते हैं। विडियो बनाने के दौरान कुछ लोग इस घायल व बेबस वन्य प्राणी को ठोकर मारते व सींग से खींचते भी देखते जा रहे थे। विभाग के अनुसार वन्य प्राणी अभयारण्य रेणुकाजी में बारहसिंगों की संख्या 100 के आस पास हो सकती है, हालांकि इनकी वास्तविक संख्या Wildlife Dipartment के पास उपलब्ध नहीं है |
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