Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 26, 2024

फर्जी राशन कार्ड से हड़पा गरीबों का राशन,डिपो संचालक के खिलाफ मामला दर्ज

News portals सबकी खबर (शिमला)

डिपो संचालक द्वारा  फर्जी राशन कार्ड बनाकर गरीबों के हिस्से का सस्ता राशन हड़पने और उसकी कालाबाजारी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जब  नागरिक आपूर्ति विभाग ने विभागीय जांच शुरू की तो आरोपी ने जांच में पकड़े जाने से बचने को रिकॉर्ड गायब कर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।   सस्ते राशन की दुकान के संचालक ने पहले रिकॉर्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपये का गरीबों का राशन हड़पा और जब नागरिक आपूर्ति विभाग ने विभागीय जांच शुरू की तो आरोपी ने जांच में पकड़े जाने से बचने को रिकॉर्ड गायब कर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

सोलन जिले की कसौली तहसील के घारसी निवासी एक व्यक्ति ने विजिलेंस से शिकायत की। इसके बाद दुकान संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई। घारसी गांव के दिनेश कुमार ने विजिलेंस ब्यूरो में शिकायत की कि फेयर प्राइस शॉप का संचालक उमा दत्त 53 फर्जी राशन कार्डों की मदद से सस्ते राशन की कालाबाजारी करता है।


शिकायत पर ब्यूरो ने प्रारंभिक जांच शुरू की और नागरिक आपूर्ति विभाग से रिकॉर्ड तलब किया। विभाग के इंस्पेक्टर गिरीश नेस्टा और धर्मेश शर्मा की रिपोर्ट में पता चला कि उमा दत्त ने जून और सितंबर 2016, फरवरी से दिसंबर 2017 और जनवरी 2018 से अक्तूबर 2018 में विभाग को डिपो की गलत जानकारी भेजी।जून और जुलाई 2018 के अंत्योदय श्रेणी की चीनी की भी गलत जानकारी भेजी।

अगस्त 2017 का 700 किलो एपीएल श्रेणी का चावल, सितंबर 2017 का बीपीएल का 300 किलो चावल और एनएफएसए का 200 किलो चावल का ब्योरा भी संबंधित सेल और प्राप्ति रजिस्टर में दर्ज नहीं किया। यह भी पता चला कि दस किलो आटा व पचास किलो चावल की गलत जानकारी रजिस्टर में दर्ज थी।

इस पर जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी (डीएफएससी) ने उस पर जुर्माना लगाया था। डीएफएससी ने जब जांच शुरू कराई तो उमा दत्त ने रिकॉर्ड गायब होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी। प्रारंभिक जांच में पूरी जानकारी सामने आने के बाद ब्यूरो ने दुकान संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है

 

Read Previous

हिमाचल में रविवार को 207 कोरोना पॉजिटिव नए मामले आये सामने

Read Next

पंचायतों की वोटर लिस्ट को फाइनल कर आयोग के पास भेजना होगा चार दिन भीतर

error: Content is protected !!