News portals सबकी खबर (शिमला)
डिपो संचालक द्वारा फर्जी राशन कार्ड बनाकर गरीबों के हिस्से का सस्ता राशन हड़पने और उसकी कालाबाजारी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जब नागरिक आपूर्ति विभाग ने विभागीय जांच शुरू की तो आरोपी ने जांच में पकड़े जाने से बचने को रिकॉर्ड गायब कर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। सस्ते राशन की दुकान के संचालक ने पहले रिकॉर्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपये का गरीबों का राशन हड़पा और जब नागरिक आपूर्ति विभाग ने विभागीय जांच शुरू की तो आरोपी ने जांच में पकड़े जाने से बचने को रिकॉर्ड गायब कर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
सोलन जिले की कसौली तहसील के घारसी निवासी एक व्यक्ति ने विजिलेंस से शिकायत की। इसके बाद दुकान संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई। घारसी गांव के दिनेश कुमार ने विजिलेंस ब्यूरो में शिकायत की कि फेयर प्राइस शॉप का संचालक उमा दत्त 53 फर्जी राशन कार्डों की मदद से सस्ते राशन की कालाबाजारी करता है।
शिकायत पर ब्यूरो ने प्रारंभिक जांच शुरू की और नागरिक आपूर्ति विभाग से रिकॉर्ड तलब किया। विभाग के इंस्पेक्टर गिरीश नेस्टा और धर्मेश शर्मा की रिपोर्ट में पता चला कि उमा दत्त ने जून और सितंबर 2016, फरवरी से दिसंबर 2017 और जनवरी 2018 से अक्तूबर 2018 में विभाग को डिपो की गलत जानकारी भेजी।जून और जुलाई 2018 के अंत्योदय श्रेणी की चीनी की भी गलत जानकारी भेजी।
अगस्त 2017 का 700 किलो एपीएल श्रेणी का चावल, सितंबर 2017 का बीपीएल का 300 किलो चावल और एनएफएसए का 200 किलो चावल का ब्योरा भी संबंधित सेल और प्राप्ति रजिस्टर में दर्ज नहीं किया। यह भी पता चला कि दस किलो आटा व पचास किलो चावल की गलत जानकारी रजिस्टर में दर्ज थी।
इस पर जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी (डीएफएससी) ने उस पर जुर्माना लगाया था। डीएफएससी ने जब जांच शुरू कराई तो उमा दत्त ने रिकॉर्ड गायब होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी। प्रारंभिक जांच में पूरी जानकारी सामने आने के बाद ब्यूरो ने दुकान संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है
Recent Comments