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पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में एक ओर कारनामा पैरालाइज से पीड़ित 60 बर्षीय रेफर महिला को एक घंट तक नही किया अस्पताल में एडमिट ,रेफर महिला का डॉ द्वारा जांच के दौरान महिला भर्ती करने से पहले निजी लेब के टेस्ट के लिए लिखा । मिडीया के हस्तक्षेप के बाद महिला को किया एडमिट ।
जानकारी के अनुसार शनिवार को शिलाई से एक पैरालाइज से पीड़ित 60 बर्षीय महिला तुलसा देवी पत्नी जालम सिंह की हालात खराब होने पर शिलाई अस्पताल से पांवटा सिविल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । रेफर की गई महिला तुलसा देवी को 108 की सहायता से सिविल अस्पताल लाया गया जो कि 3:45pm पर सिविल अस्पताल पहुचने पर महिला को आपातकाल वार्ड में लाया गया जहाँ पर एक चिकित्सक द्वारा पैरालाइज से पीड़ित महिला तुलसा देवी को जांचा गया ।
जांचने के बाद चिकित्सक ने एडमिट करने की वजह महिला के साथ पुत्र अमर सिंह को सबसे पहले 4 टेस्ट बाहर से एक निजी लेब से करने के लिए कह दिया तभी पैरालाइज से पीड़ित महिला तुलसा देवी ओर बेटा अमर सिंह अपनी माँ को बाहर ले आया ।पीड़ित महिला के बाहर आते ही निजी लैब से पहले से ही आए लड़के ने पीड़िता महिला के टेस्ट के सेम्पल ले लिया जिसका चार्ज 800 रुपए ले लिया गया । पैरालाइज से पीड़ित 60 वर्षीय तुलसा देवी लगभग 1 घंटे तक अस्पताल के बाहर फर्श पर पड़ी रही । उसके बाद मीडिया द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद मीडिया द्वारा सिविल अस्पताल के संज्ञान में यह मामला लाया गया तब जा के पीड़ित महिला को अस्पताल में एडमिट किया गया ।
मीडिया के द्वारा जब अस्पताल में तेनाद नर्स से जब यह कहा गया कि 108 से लाया गया मरीज एडमिट नही किया गया तो नर्स का जबाब आया ऐसे 108 से बहुत आते है सबको एडमिट नही क्या जाता ।
बता दे कि पैरालाइज से पीड़ित महिला तुलसा देवी पत्नी जालम सिंह गांव मिल्लाह के निवासी है । पीड़ित महिला के पुत्र अमर सिंह ने बताया कि उसकी माँ 5 महीने से पैरालाइज से पीड़ित है । इनका इलाज नाहन अस्पताल से चल रहा है कि शुक्रवार को माँ की तबियत बिगड़ने पर शिलाई अस्पताल ले जाया गया जहाँ पर तबियत बिगड़ने पर सिविल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया । सिविल अस्पताल पहुचने पर एक एक चिकित्सक द्वारा एडमिट करने की वजह टेस्ट लिख दिए और दवाई लिख दी ।अमर सिंह नव कहा कि पांवटा साहिब में भी गरीबो का अस्पताल नही है यहाँ भी आते ही बाहर एक निजी टेस्ट के लिए लिखा जाता है जो कि आम लोगो के लिए महँगा साबित होता है ।
उधर , सिविल अस्पताल प्रभारी संजीव सहगल ने बताया कि पीड़ित महिला को एडमिट नही करने का मामला उनके संज्ञान में नही आया था , मामला संज्ञान में आते ही पीड़ित महिला को अस्पताल में एडमिट किया गया ।
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