News portalsसबकी खबर (संगड़ाह)
सिरमौर जनपद के एक छोटे से गांव बाऊनल में जन्मे लोक कलाकार ब्रह्मदत शर्मा का हृदय गति रुकने के कारण निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही उपमंडल संगड़ाह व गिरिपार तथा तथा हिमाचली लोक कलाकारों में शौक लहर फेल गई है। शिरगुल सांस्कृतिक दल के अध्यक्ष ब्रह्मदत शर्मा एक ऐसी शख्सियत थे, जिन्होंने उनके दल में शामिल करीब डेढ़ दर्जन लोगों को पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से अपने सांस्कृतिक दल के माध्यम से रोजगार मुहैया करवाया हुआ था। भारत वर्ष का कोई ऐसा जिला शायद ही बचा हो जहां उन्होंने सिरमौरी कार्यक्रम प्रस्तुत न करवाया हो। इसके अलावा देश से बाहर करीब 14 देश जापान, जर्मनी, थाईलैंड, ऑस्ट्रिया, मलेशिया व इजिप्ट आदि कई देशों में सिरमौरी संस्कृति की छाप छोड़ी है। सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके दल ने राज्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कईं पुरस्कार हासिल कर जिला सिरमौर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। कोरोना काल के लगभग दो वर्षों से वह कहीं बाहर नहीं जा सके। इस दौरान उन्होंने घर पर रह कर समय व्यतीत किया। रविवार को घर में बैठे बैठे अचानक हृदय गति रुकने से उनका देहावसान हो गया।
उनके निधन पर सिरमौरी लोक गायक जेपी शर्मा, दिनेश शर्मा, चंद्रमोहन ठाकुर, भाव सिंह कपूर, दीप खदराई, विवेक मेशवाण, सांस्कृतिक दल रेणुकाजी के निदेशक योगेन्द्र कपिला, सांस्कृतिक दल राजगढ़ के अध्यक्ष जोगेंद्र हाबी, प्रेम चंद बाउनली, दीपक चोहान, बाध्य दल अंधेरी के प्रधान जोगिंद्र धिमान व सैज दल के प्रधान जोगेंद्र राणा तथा बीबीसी संगड़ाह के अध्यक्ष मैलाराम शर्मा, रेणुकाजी के विधायक विनय कुमार व भाजपा नेता बलबीर सिंह चौहान आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
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