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November 15, 2024

Steel Bridge टूटने से जिला मुख्यालय नाहन व अन्य हिस्सों से कटा संगड़ाह Subdivision

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)  संगड़ाह-रेणुकाजी-नाहन Road पर दनोई नामक स्थान पर मौजूद Steel Bridge के ध्वस्त होने ने Civil Subdivision Sangrah व साथ लगते शिमला जिला के कुपवी अथवा चौपाल क्षेत्र को लगाकर करीब 5 दर्जन पंचायतों का संपर्क सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन व पांवटा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा हरिद्वार आदि अन्य हिस्सों से कट चुका है। पुल टूटने का कारण उपमंडल संगड़ाह में करीब 800 बीघा भूमि पर चल रही 5 Limestone Mines से हर रोज इसके ऊपर से Overloaded पत्थर के Truck निकलना बताया जा रहा और सोमवार रात भी प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुप्रयांक वालिया की चूना खदान के पत्थर का 1 ओवरलोड ट्रक अथवा ट्राला पुल के साथ ही खड़्ड में जा गिरा। चालक की हालत खतरे से बाहर बताई गई। करीब 49 साल पुराने उक्त पुल की पहले 2 बार क्षतिग्रस्त होने पर मुरम्मत हो चुकी है, मगर विडंबना यह है कि, इसके बावजूद यहां ने पुल की DPR तक नहीं बनाई गई। 7, दिसंबर, 2020 को पुल के दूसरी बार क्षतिग्रस्त होने पर यहां PWD ने यहां 9 टन से भारी वाहन न गुजरने संबंधी बोर्ड तो लगाया था, मगर उपमंडल संगड़ाह में मौजूद 5 चूना पत्थर खदानों से हर रोज औसतन 30 टन वजनी ट्रक इसके ऊपर से गुजरते रहे। संबंधित Police अधिकारियों के अनुसार पुलिस थाना क्षेत्र संगड़ाह में सरकारी Weightage न होने से यहां Overloading के चालान नहीं हो सकते हैं। संगड़ाह में SDM Civil व PWD के ExEn तथा SDO आदि अधिकारियों के पद नई सरकार आने के बाद खाली है और घंटों बाद भी घटनास्थल पर कोई अधिकारी नहीं पंहुचा। DSP संगड़ाह मुकेश कुमार डडवाल के अनुसार Police Team घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और पुल टूटने व ट्रक हादसे को लेकर छानबीन की जा रही है। 7, दिसंबर 2020 से पहले वर्ष 1998 में भी जानकारी के अनुसार 1973 में बना उक्त पुल क्षतिग्रस्त हो गया था तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा उस दौरान भी ओवरलोडेड ट्रक इस पुल के क्षतिग्रस्त होने कारण बताए गए थे। विडंबना यह है कि, पिछले 25 साल से यहां न तो पुलिस, Mining Dipartment व प्रशासन सरकार व विभाग द्वारा Overloading रोकने के उपाय किए गए और न ही नया पुल बनाए जाने की DPR तैयार की गई। वर्तमान में जरग व कोटी-धिमान होकर जाने वाले वैकल्पिक मार्ग से संगड़ाह से रेणुकाजी व नाहन की दूरी जानकारी के अनुसार 47 किलोमीटर बढ़ने से किराया दोगुना होगा। 2012 से 2017 तक स्थानीय Congress MLA PWD Dipartment के CPS भी रहे, मगर उस दौरान भी यहां नया पुल नहीं बना। जिला खनन अधिकारी के अनुसार संगड़ाह के लिए 2019 मे माइनिंग चैक पोस्ट व वेट ब्रिज को स्वीकृति मिली है, मगर जमीन की व्यवस्था होना शेष है। बहरहाल उक्त पुल के टूटने से नया Bridge न बनने तक उपमंडल संगड़ाह व साथ लगते शिमला जिला के चौपाल क्षेत्र की करीब 1 लाख की आबादी का संपर्क जिला मुख्यालय नाहन, पांवटा, हरिद्वार दिल्ली व चंडीगढ़ आदि से कट चुका है। क्षेत्रवासियों ने 2 बार पहले भी पुल क्षतिग्रस्त होने के बावजूद यहां नया पुल बनाए जाने व ओवरलोडिंग तक न रोके जाने के लिए जिला सिरमौर Administration व हिमाचल Government के प्रति नाराजगी जताई।

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