News portals-सबकी खबर (मीलवां, इंदौरा)
इंदौरा की पलाखी पंचायत में रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। अवैध संबंध में अंधी एक मां ने अपने सात साल के बेटे को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं, हत्या के बाद मासूम की लाश जंगल में फेंक दी गई। आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि खुद उसी के पति ने लगाए हैं। दरअसल धारा-302 के तहत इंदौरा पुलिस स्टेशन में बलवंत सिंह ने पत्नी पूना देवी और छोटे भाई सेवा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। बलवंत सिंह ने इन दोनों जिगरी रिश्तेदारों पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों के बीच लंबे अरसे से अवैध संबंध चल रहे थे और उनके सात साल के बड़े बेटे युद्धवीर ने इन दोनों को अपत्तिजनक हालत में देख लिया था और दोनों की काली करतूत का अपने पिता के सामने भंडाफोड़ करने की धमकी दी थी।
इस पर बेचैन होकर इन दोनों आरोपियों ने अपने ही खून के रिश्ते को ठिकाने लगाने की कलियुगी मंशा पाल ली और शुक्रवार शाम को उसका कत्ल कर गांव से दूर जंगल में फेंक आए। जब सुबह तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला, तो पीडि़त पिता ने अपने साथियों के साथ पुलिस स्टेशन जाकर गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया और पत्नी और भाई पर भी शक की गुंजाइश होने की इत्लाह दी। ऐसे में पुलिस ने जब इन दोनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की, तो मामले का खुलासा होते देर नहीं लगी और दोनों ने पुलिस के रूआब के आगे घुटने टेकते हुए अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने तुरंत दोनों की निशानदेही पर जंगल में जाकर शव खोज कर कब्जे में ले लिया और दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए तुरंत गिरफ्तार कर लिया। शव पोस्टमार्टम के लिए नजदीक के सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है। मामले की जांच के लिए मौके पर पहुंचे डीएसपी ओंकार सिंह ने बताया कि उन्होंने पीडि़त बाप की शिकायत पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पहली नजर में मामला पूरी तरह से पारदर्शी नजर आते ही जांच-पड़ताल गहनता के साथ शुरू कर दी है। वहीं पंचायत पलाखी के उपप्रधान शमशेर सिंह ने बताया कि उनके अवैध संबंधों की जानकारी न केवल उनके बेटे को थी, बल्कि पूरा समाज इससे वाकिफ था। कई बार इससे पहले भी शिकायतें पुलिस स्टेशन तक पहुंचती रही हैं, लेकिन हर बार मामला रफा-दफा हो जाता था।
और दुधमुंही बच्ची को भी मिलेगी सजा
इस हरकत ने समाज को कलंकित कर दिया है, जिसके लिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा होनी लाजमी है। लिहाजा आरोपी मां के तीन बच्चे थे, जिनमें से दो बेटे और एक बेटी थी। फिलहाल इस पूरे वाकया में जहां एक बाप ने अपना जवान होता बेटा खो दिया है वहीं दुधमुंही बच्ची को भी अपनी मां के कुकर्मों की सजा जेल की सलाखों के पीछे रहकर भुगतनी पड़ सकती है, जब तक कि वह मां के वात्सल्य से दूर नहीं हो जाती।
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