News portals-सबकी खबर (शिलाई )
एक तरफ कोरोना संक्रमण का कहर, दूसरी तरफ पेयजल किल्लत क्षेत्रीय लोगो को जीने नही दे रही है, कोरोना संक्रमण के कारण सरकार लोगो को घरों से बाहर निकलने नही दे रही और पेयजल के बिना घरों के अंदर जिंदगी नही है। मामला उपमंडल की ग्रामं पंचायत कांडो-भटनोल, श्रीक्यारी, बांदली का है जहां पिछले 14 सालों से लोग लिफ्ट के पेयजल का इंतजार कर रहे है लेकिन ग्रामीणों के सपनो को पंख नही लग पाए है और बूंद बूंद पेयजल के लिए दर दर की ठोकरे खा रहे है
सम्पन परिवार तो घोड़े, गाड़ियों के माध्यम से जैसेकेसे हजारों रुपये देकर पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा रहे है लेकिन अधिकांश ग्रामीण खड्ड का गन्दला पेयजल पीने के लिए घण्टों कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे है बीते वर्षों में शासन, प्रशासन व सरकार को सैकड़ों बार पेयजल लिफ्ट को दुरुस्त व सुचारू करने की गुहार लगाई गई है लेकिन भ्रष्ट प्रणाली के आगे जनता की आवाज भैंस के आगे बीन बजाने जैसी हो गई है। वर्ष 2007 में चिचेड खड्ड से गिरनोल उठाऊ पेयजल योजना को बनाने के कार्य को शुरू किया गया है तीन पंचायतों, कांडो-भटनोल, श्रीक्यारी, बांदली के दर्जनों गावँ सहित अन्य पंचायतों के गावँ को पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाने की सुविधाएं इस योजना के अंतर्गत है लगातार 9 वर्षों तक योजना पूर्ण नही हो पाई अधिकारियों व कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में समिलित होने के कारण मौका पर दर्जनों पेयजल पाइप चोरी हो गए जो पेयजल लाईन व जल स्टोर टैंक बने थे वह जर्जर हो गए है।
विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारियों ने प्रदेश सरकार को गुमराह करके कागजों में योजना को पूर्ण दर्शाया तथा तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार ने भी राजनैतिक लाभ लेने के लिए आनन-फानन में अधूरी योजना का लोकार्पण कर दिया है घाटियां सामग्री व अधर में लटकी योजना को लोकार्पण के बाद 5 वर्ष बीत गए लेकिन लोगो के नकलों में पेयजल नसीब नही हो पाया है आश्चर्य तो इस बात से हो रहा कि करोड़ों रुपये से बनी उठाऊ पेयजल योजना बीते 14 वर्षों में सुचारू तौर पर लोगो को पेयजल उपलब्ध नही करवा पा रही है योजना के स्टोर टैंक जगह जगह से लीक है पेयजल पाइपों में जंग लगा है जिसके कारण पेयजल लाइन, पानी का प्रेशर सहन नही कर पा रही है, फिल्टर टैंक, बिजली कंट्रोल रूम, मोटर सब मे कही न कही कमियां है जिसके कारण लोग प्यासे है गंदले पानी को पीने के लिए मजबूर है।
लेकिन करोड़ो रूपये के घोटाले में नसम्बन्धीत ठेकेदार ब्लेक लिस्ट हुआ, न विभागीय कर्मचारी व अधिकारियों पर गाज गिरी है, न ही सरकार ने मौका पर हुए भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाही अम्ल में लाई है। स्थानीय लोगो की माने तो हालात दयनीय बने हुए है सप्ताह में बड़ी मुश्किल से ग्रेविटी की सप्लाई आती है जिससे खाना बनाने के लिए भी पेयजल की पूर्ति नही हो पाती है। समस्या के समाधान को लेकर पूर्व व वर्तमान सरकार, नेताओं व अधिकारियों से दर्जनों बार गुहार लगाई गई है लेकिन सब कुम्भकर्णी नींद में नजर आते है
जलशक्ति विभाग कार्यालय में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी भर्ष्टाचार में लिप्त है इसलिए आम जनता की समस्याओं से इनको कोई सहूकार नही है, क्षेत्र में छोटुभाई नेता है जो चंद रुपयों के टेंडर के लिए अधिकारियों के तलवे चाटते नजर आते है तथा अधिकारियों को कमीशनखोरी में लिप्त रखते है। प्रदेश सरकार भी अधिकारियों की कठपुतली बनी हुई है इसलिए भर्ष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कार्यवाही करने से कतरा रही है। जलशक्ति विभाग मंडल अधिशासी अभियंता विपिन कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मौका का निरीक्षण किया जा रहा है तथा क्षेत्र वासियों को हरसंभव पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा।
Recent Comments