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November 23, 2024

भूमि कटाव को लेकर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन गंभीर नहीं

News portals-सबकी खबर(शिल्ला)

भूमि कटाव को लेकर प्रदेश सरकार व प्रशासन गंभीर नहीं है । गिरिपार क्षेत्र की शिल्ला पंचायत के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र नेडा खंड में पिछले साल बरसात में बाढ़ के कारण पानी की भेंट चढ़ि 70 बीघा भूमि की ओर जिला प्रशासन और शिल्ला पंचायत प्रधान द्वारा आखिर नजर अंदाज क्यों कि जा रहा है । भूमि कटाव होकर एक साल होने पर भी जिला प्रशासन और पंचायत द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए हैं । इन दिनों बारिश से भी हो रहे भूमि कटाव ,किसान परेशान ।

एक और जहा केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए बडे बडे दावे किए जा रहे है । लेकिन जमीनी स्तर पर किसानों की पिछले 1 साल से हो रहे भूमि कटाव को लेकर गंभीर नहीं है । इस बार देश भर में जहां कोरोना वायरस की महामारी से हिमाचल प्रदेश के साथ साथ जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ है । वहीं इस वर्ष होने वाली बरसातों में भी किसानों को अपनी भूमि कटाव का फिर से खतरा मंडरा रहा है ।

उधर, शिल्ला के किसान डॉ दलीप, राकेश चौहान ओमप्रकाश, बाबूराम , सुमेरचंद , विनोद,ज्ञान सिंह, जगत सिंह , रघुवीर सिंह आदि 3 दर्जन लोगों ने बताया कि हाल ही में हुई बारिश से नेडा खड़ के पानी से भूमि कटाव बढ़ता जा रहा है । उन्होंने बताया कि इस भूमि कटाव को लेकर उन्होंने पंचायत प्रधान को कई बार अवगत करवाया लेकिन झूठे आश्वासन ही दिया गया । वहीं कई बार खबर प्रकाशित होने पर भी जिला प्रशासन आंख बंद करके बैठे है । अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर किसानों की भूमि कटाव की समस्या को किस तरह से रोका जा सके, यह एक चिंता का विषय है ।

शिल्ला पंचाय प्रधान सूरतों देवी के झूठे आश्वासन।
शिल्ला पंचायत प्रधान सूरतों देवी ने 6 माह पूर्व किसानों को आश्वासन दिया था कि किसानों की इस समस्या को प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से अवगत कराया जाएगा । वहीं पंचायत प्रधान ने भूमि कटाव की एक डीपीआर जल्द बनाने का आश्वासन भी दिया था । वहीं पंचायत के किसान की प्रधान के आश्वासन पर अपनी निगाहें टिकाए बैठे थे । लेकिन जब भूमि कटाव के बारे में जब पंचायती राज में पता किया तो पंचायत प्रधान द्वारा भूमि कटाव की समस्या से अभी तक अवगत नहीं कराया और ना ही कोई डीपीआर तैयार करके दी गई है। ऐसे में शिल्ला पंचायत के 150 घर की लाखो की भूमि इस वर्ष बरसात में फिर से पानी को भेंट चढ़ने की आशंका जताई जा रही है । आखिरकार पंचायत प्रधान द्वारा किसानों को झूठा आश्वासन क्यों दिया गया ।

उधर ,पावटा विकास खंड अधिकारी बीडीओ गौरव धीमान ने बताया कि पंचायत प्रधान द्वारा किसानों की समस्या से उन्हें अवगत नहीं करवाया गया । जबकि मनरेगा के तहत भूमि कटाव को रोकने के लिए पंचायत में प्रावधान है । लेकिन पंचायत प्रधान ने अभी तक शेल्फ में यह कार्य नही डाला गया है । इसलिए यह कार्य अब अगले साल ही शेल्फ में डाला जा सकेगा ।

वही इस बारे में जिला प्रशासन के कार्यालय के सम्पर्क न पर News portals -सबकी खबर के द्वारा इस समस्या को लेकर बात करने की कोशिश की गई लेकिन जिला उपायुक्त से सम्पर्क नही हो पाया ।

बता दे कि गिरिपार क्षेत्र की शिल्ला पंचायत में नेडा खडड खारियाड के कारण हर साल होने वाले भूमि कटाव का सिलसिला थम नही रहा है इसी कारण क्षेत्र के लोग इस साल होने वाली बरसात से अभी से आतंकित नजर आ रहे है।बता दे कि बरसात के दिनों यहाँ होने वाली भूमि कटाव के कारण 70 बीघा से अधिक भूमि खडड को भेंट चढ़ चुकी है।इससे लोगो को दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी भारी पड़ रहा है। शिल्ला गांव के मुखिया नम्बरदार जगत सिंह ,कवर सिंह ,ओमप्रकाश,रतन सिंह रघुवीर सिंह ,नरेश,खुशीराम,मोहोराम,शोभा राम,सूरत सिंह, गुलाब सिंह,प्रेम सिंह,प्रताप सिंह ,गुमान सिंह,जगत सिंह,प्रकाश,सुमेर सिंह,मुंशी राम ने कहा की नेडा खडड के निकट क्यार में उपजाऊ जमीन होने कर कारण यहाँ शिल्ला गॉव के 150 घरो के लोग धान, गेंहू, प्याज़, लहसुन की फसल लगाया करते थे।लेकिन ,बरसात के मौसम में लगातार हो रहे भूमि कटाव के कारण उपजाऊ भूमि बह गई है बची जमीन पर लोगो ने डर से खेती करना छोड़ दिया है।उन्होंने कहा कि अब तक करोड़ो की उपजाऊ भूमि कटाव के कारण बह चुकी है।जो भूमि बची हुई है, वह भी खतरे की जद में है।वह भी बरसात में बह सकती हैं।ऐसे में प्रशासन ने यदि कोई ठोस कदम नही उठाया तो किसानों भूमि से हाथ धोना पड़ सकता हैं।

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