Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 22, 2024

भगवान शिरगुल जी महाराज’ की तपोस्थली चूड़धार चोटी पर पहली बार हेलीकॉप्टर की हुई सफल लैंडिंग, शिमला से 12 मिनट में तय हुआ सफर

News portals -सबकी खबर (शिमला) लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के प्रतीक ‘भगवान शिरगुल महाराज जी ’ की तपोस्थली चूड़धार चोटी पर पहली बार हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग हुई है। कुछ वर्ष पहले हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया था, लेकिन लैंडिंग नहीं हुई थी। शिमला प्रशासन की कोशिश पर ये ट्रायल सफल रहा है। शिमला हेलीपोर्ट से उड़ान भरने के बाद हेलीकॉप्टर चूड़धार चोटी के कालाबाग में करीब 12-15 मिनट में लैंड हो गया। कांग्रेस के संगठन मंत्री रजनीश खिमटा ने एक निजी कंपनी का चौपर हायर किया था। शिमला से चूड़धार की उड़ान में उपायुक्त आदित्य नेगी, चौपाल के एसडीएम नारायण सिंह चौहान, कांग्रेस के संगठन महामंत्री रजनीश खिमटा व डीएफओ भी शामिल थे। छह सीटर चौपर का ट्रायल सफल हुआ है।ट्रायल के सफल होने के बाद प्रशासन जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए भी चौपर सुविधा उपलब्ध करवाने की तैयारी में जुट सकता है। इसके लिए दो बिंदुओं पर कार्य हो रहा है। पहला प्रयास ये है कि छह-छह सीटर दो चौपर को लैंड करने की व्यवस्था हो। दूसरी कोशिश ये है कि बड़े हेलीकॉप्टर को उतारा जा सके। चूड़धार चोटी तक पहुंचने के लिए दो मुख्य पैदल रास्ते हैं। सिरमौर के नौहराधार से करीब 16 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई से चूड़धार पहुंचा जा सकता है।वहीं, दूसरी तरफ चौपाल के सराहं से भी 8-10 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई है। सराहं से पुलबाहल तक सड़क के निर्माण से पैदल दूरी काफी घट भी गई है। तकरीबन 11 से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर भगवान शिरगुल के प्राचीन मंदिर को जीर्णोद्धार के बाद नया स्वरूप प्रदान करने का कार्य भी पूरा हो चुका है। इसी बीच चौपाल के एसडीएम नारायण सिंह चौहान ने शिमला से चूड़धार के टेक ऑफ व लैंडिंग के सफल ट्रायल की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त शिमला भी चोटी पर पहुंचे थे।उन्होंने कहा कि सुबह नौ बजे के आसपास टेक ऑफ किया गया था। मंदिर में करीब दो घंटे बिताने के बाद प्रशासन वापस शिमला लौटा था। उन्होंने कहा कि जल्द ही ये सुविधा श्रद्धालुओं के लिए भी शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले सीजन से श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा रियायती दरों पर उपलब्ध हो जाएंगी।

Read Previous

विद्या समीक्षा केन्द्र से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर बढ़ते हिमाचल के कदम

Read Next

अपने विभाग को छोड़कर, हर विषय पर राय देने में माहिर है बागवानी मंत्री: चेतन बरागटा

error: Content is protected !!