News portals-सबकी खबर ( धर्मशाला ) हिमाचल प्रदेश में नगर निगम धर्मशाला के कई वर्षों से काम लटकाने वाले 32 ठेकेदारों को सस्पेंड कर दिया है। वर्ष 2018-19 से एमसी धर्मशाला के कई विकास कार्यों पर ठेकेदारों ने रोक लगाकर रखी थी। बताया जा रहा है कि अब उक्त कार्यों के एमसी की ओर से दोबारा टेंडर किए जाएंगे। इससे पहले कार्यों को लटकाने वाले कुल 72 ठेकेदारों को नोटिस जारी किए थे। हालांकि ब्लैक लिस्ट किए जाने के डर से कुछ ठेकेदारों ने कार्यों को शुरू कर दिया है। एमसी धर्मशाला के मासिक बैठक के दौरान हाउस ने 32 ठेकेदारों को सस्पेंड किए जाने के प्रस्ताव को अंतिम स्वीकृति प्रदान कर दी। धर्मशाला नगर निगम के विभिन्न विकास कार्यों को लेकर कई ठेकेदारों ने पूरी तरह से रोक लगा दी थी। ठेकेदारों के काम रोकने से न ही कार्य को पा रहे थे और न ही एमसी उन्हें किसी अन्य ठेकेदारों को अवार्ड कर पा रहे थे। इसके चलते पार्षदों के साथ-साथ शहर की आम जनता को परेशानियां झेलनी पड़ रही थी।ऐसे 72 ठेकेदारों को विभिन्न कार्यों के लिए नोटिस थमाए गए थे। इसमें 32 विकास कार्यों को कई वर्ष बित जाने के बाद भी शुरू न करने पर 32 ठेकेदारों पर कार्रवाई की गाज गिराई गई है। अब उक्त ठेकेदारों को आगामी छह माह तक नगर निगम धर्मशाला की ओर से कोई भी कार्य अवार्ड नहीं किया जाएगा। हाउस में प्रस्ताव को पारित होने के साथ ही अब कार्यों के दोबारा टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बता दे कि इससे पहले भी ठेकेदारों के काम लटकाने व दो से अधिक काम थामकर उन्हें रोकने से बड़ी समस्या शहर को झेलनी पड़ी है। इतना ही नहीं, दिशा की बैठक में भी कार्यों की लेटलतीफी को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी ठेकेदारों पर कार्रवाई करने के साथ ही ठेकदारों पर कार्रवाई करने वाले अधिकारियों की भी जांच पड़ताल करने के निर्देश जारी किए हैं। उधर, नगर निगम धर्मशाला के मेयर ओंकार नैहरिया ने बताया कि एमसी के कार्यों को लटकाने वाले 32 ठेकेदारों को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यों को पुन टेंडर प्रक्रिया के बाद जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
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