News portals-सबकी खबर (संगड़ाह )
पंचायत समिति संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने गिरीपार क्षेत्र के लोगों को जनजातीय दर्जा देने के लिए केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन भाजपा सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की जब 1983 में जिला मुख्यालय नाहन में हाटी समिति का गठन किया गया तो फाउंडर मेंबर होने के नाते उन्हें भी कार्यकारिणी में उपसचिव बनाया गया था और वर्ष 1985 में हाटी समिति का पंजीकरण कराया गया। उन्होंने कहा कि यद्यपि यह मुद्दा तब से लंबित पड़ा रहा जब 1967 में पड़ोसी क्षेत्र जौनसार बाबर को जनजातीय दर्जा मिला और हिमाचल प्रदेश के गिरी पार क्षेत्र को जनजातीय दर्जे से वंचित रखा गया परंतु 1985 में हाटी समिति का पंजीकरण होने के बाद इस क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग लगातार जोर पकड़ती गई और गत 1 वर्ष के दौरान जब यह मामला सिरमौर के सपूत श्री बलदेव तोमर द्वारा प्रदेश सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार के समक्ष मुस्तैदी से उठाया गया तो इस बारे में पूरे क्षेत्र में एक जन आंदोलन तैयार हुआ और जगह-जगह महाखुमलियों के माध्यम से दबाव बढ़ता गया।
मेलाराम शर्मा ने स्पष्ट किया कि कुछ लोगों में जो भ्रांतियां पैदा रही है उन्हें इस बारे अध्यादेश जारी होने तक संयम बरतना चाहिए। उन्होंने कैबिनेट मेमोरेंडम का हवाला देते हुए बताया की कैबिनेट मेमोरेंडम में साफ शब्दों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि हिमाचल प्रदेश में पहले से अधिसूचित अनुसूचित जातियों को लोगों को छोड़कर गिरी पार क्षेत्र की सभी 154 पंचायतों में रहने वाले शेष सभी वर्गों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया है जिसमें सभी प्रकार के राजपूत खश कनैत मियां और अन्य स्वर्ण सहित सभी ब्राह्मण भाट पाबूच डेटी आदि ऐसे लोग शामिल किए गए हैं जो अनुसूचित जाति वर्ग में नहीं है। उन्होंने कहा की किसी को भी इस बारे में भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है और इस क्षेत्र के लोगों को जनजातीय वर्ग में शामिल किए जाने से एक नए युग का सूत्रपात हुआ है और आने वाली पीढ़ियां प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सिरमौर के सपूत बलदेव तोमर को हमेशा याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि अब इस क्षेत्र में 50% से अधिक आबादी जनजातीय वर्ग की हो चुकी है और अब वह दिन दूर नहीं जब गिरि पार का समूचा क्षेत्र जनजातीय क्षेत्र घोषित होगा। उन्होंने कहा की इस क्षेत्र के एक वर्ग ने अपने पांव पर स्वयं कुल्हाड़ी मारकर अपने समाज को इस जनजातीय वर्ग से वंचित रखा है और साथ में अनुसूचित जाति के अन्य लोगों का भी नुकसान किया है। जिन लोगों ने अपने समाज को इस बारे भ्रमित किया है उन्हें उनकी आने वाली पीढ़ियां कभी माफ नहीं करेगी।
इस अवसर पर सिरमौर भाजपा के उपाध्यक्ष बलवीर सिंह ठाकुर ने बताया की लगभग पांच दशक से लंबित इस मामले को सुलझाने का साहस भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही कर सकी और उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सिरमौर में जनजातीय मुहिम के अग्रदूत बलदेव तोमर का आभार जताया जिनके अथक प्रयासों से यह कार्य संभव हो पाया है। बलबीर ठाकुर ने कहा की क्षेत्र के सभी लोगों को प्रदेश सरकार के प्रति आगामी चुनाव में अपनी कृतज्ञता दिखानी होगी और सिरमौर की समृद्ध संस्कृति का परिचय देकर प्रदेश भाजपा सरकार के रिपीट मिशन में अपना योगदान देना होगा। इस मौके पर 90 वर्षीय वरिष्ठ हाटी कैप्टन नैन सिंह राणा ने भी प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार का आभार जताया और कहा कि इस प्रकार के निर्णय सिर्फ भाजपा सरकार ही ले सकती है।
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