शिमला – ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के 30 फीसदी प्रोजेक्ट्स की वस्तुस्थिति से अनजान उद्योग विभाग के अफसरों को सीएम ने फटकार लगाई है। सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की समीक्षा के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को तलब किया था। इस दौरान उद्योग विभाग के आला अफसर खामोश नजर आए। अफसरों को यह जानकारी नहीं थी कि ग्राउंड ब्रेकिंग के 50 प्रोजेक्ट्स के शुरू न होने की क्या वजह है। हालांकि इन सभी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार ने भूमि तथा अन्य आपत्तियां जारी कर दी हैं। विभागीय अधिकारियों की इस स्थिति को देखकर उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर भी अपने अफसरों पर भड़क गए। जयराम सरकार की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 27 दिसंबर को आयोजित की गई थी। तीन माह बाद अब मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं की वस्तुस्थिति जानने के लिए संबंधित अफसरशही की बैठक बुलाई थी। इस दौरान पता चला कि 70 फीसदी के करीब प्रोजेक्ट शुरू हो गए हैं, लेकिन शेष 30 प्रतिशत अभी भी लटके हैं। मुख्यमंत्री ने इन लटकी परियोजनाओं का कारण जानना चाहा, तो आला अफसर एक-दूसरे का मुंह ताकना शुरू हो गए। इस पर सीएम ने जमकर फटकार लगाई।
…बड़ी परियोजनाओं के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक बड़ी परियोजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं, ताकि परियोजनाओं के लिए आवश्यक स्वीकृतियां प्रदान करने के कार्य में तेजी आ सके। परियोजनाओं के लिए स्वीकृतियां प्रदान करने और उन्हें जल्द पूरा करने के उद्देश्य से अधिकारियों को सक्रिय दृष्टिकोण अपनाकर इन परियोजनाओं की नियमित समीक्षा करनी चाहिए।
निवेशक समस्या बताएं इसका इंतज़ार न करें..-
जयराम ठाकुर ने कहा कि निवेशकों की ओर से किसी समस्या उठाए जाने की प्रतीक्षा करने के बजाय अधिकारियों को स्वयं उन तक पहुंचकर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। इससे जहां परियोजनाओं के कार्यों में तेजी आएगी। वहीं, निवेशकों में यह विश्वास भी पैदा होगा कि सरकार उनकी परियोजनाओं की स्थापना को लेकर गंभीर है और हिमाचल में उनका निवेश सुरक्षित है।
एक-दूसरे के संपर्क में रहें अधिकारी-
सीएम ने निर्देश दिए कि धारा-118 में स्वीकृतियों के सभी मामलों को प्राथमिकता प्रदान कर निवेशकों को समयबद्ध स्वीकृतियां सुनिश्चित बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की वास्तविक जानकारी रखने के लिए प्रशासनिक सचिवों और विभागाध्यक्षों को भी नोडल अधिकारियों के साथ संपर्क रखना चाहिए। इससे सभी औपचारिकताओं को शीघ्रता से पूरा करने और परियोजनाओं की स्थापना में सहायता मिलेगी।
फोरलेन के काम में तेजी लाएं-
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को फोरलेन करने पर कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि उन्हें निर्धारित समयावधि में पूरा किया जा सके और यात्रियों को इनकी सुविधा मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग के कैथलीघाट से ढली तक कार्य में तेजी लाई जानी चाहिए। सभी ढांचों को ध्वस्त कर, मुआवजे का वितरण कर और पेड़ काटकर इस सड़क के लिए भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी।
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