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जिला सिरमौर में पंचायती राज का रोस्टर जारी होने के बाद पंचायत में सियासत गर्मा रही है । रोस्टर जारी होने के बाद पंचायत में भाजपा और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ने वाले सक्रिय हो गए हैं । जिसको लेकर नवयुग मंडल शिल्ला के उपाध्यक्ष अजय चौहान ,कोषाध्यक्ष सुनील चौहान ,महासचिव कपिल चौहान, कपिल शंकवान ,गुरुदत्त चौहान, वीरेंद्र चौहान, बबलू चौहान सहित पंचायत के युवाओं ने यह निर्णय लिया है कि पंचायत चुनाव के दौरान पंचायत में बकरों की बलि प्रथा जैसी घटना नही होने दी जाएगी ,इसके साथ साथ लोटा नून, शराब, पैसों से वोट खरीदने पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है । वहीं नवयुग मंडल शिल्ला ने पंचायत का उम्मीदवार पढ़ा लिखा व इमानदार का भी जिक्र किया है। नवयुवक मंडल के उपाध्यक्ष अजय चौहान ने बताया कि यदि ग्राम पंचायत शिल्ला में पंचायत चुनाव के दौरान बकरा काटना, शराब बांटना, लोटा नून जैसी कु करतूत होती हैं तो उस प्रत्याशी का विरोध किया जाएगा तथा जिला उपायुक्त को उसकी लिखित शिकायत दी जाएगी । अजय चौहान ने बताया कि इस तरह की कोई ऐसी घटना न करें जिससे उन्हें बाद में पछतावा हो ,उन्होंने बताया कि इस विषय को लेकर पहले ही युवा मंडल द्वारा 20 सितंबर को बैठक के दौरान निर्णय लिया गया था ।
आपको बता दें कि गिरिपार क्षेत्र के ग्राम पंचायत शिल्ला के नवयुवक मण्डल के द्वारा एक बैठक का आयोजन साजा प्रांगण महासू मंदिर में की गई । यह बैठक नवयुवक मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र चौहान,उपाध्यक्ष सुनील चौहान, कोषाध्यक्ष अजय चौहान, की अध्यक्षता में की गई । इस बैठक में पंचायत के सभीओ ने भाग लिया । बैठक में नवयुवक मंडल ने पंचायत के सभी युवाओ के साथ साझा किया गया की पंचायत चुनाव में वोट को खरीदने के लिए पैसा शराब व मीट बांटने के तरीके की एक प्रथा चली आ रही है जिसका की शिल्ला नवयुवक मंडल द्वारा आगामी पंचायती चुनाव में विरोध किया जाएगा । इस बात को लेकर पंचायत के सभी युवाओ ने इस बात पर सहमति भी जताई और आगमी पंचायत चुनावों में सभी युवा एकजुट होकर चली आ रही प्रथा चुनाव में वोट को खरीदने के लिए पैसा शराब व मीट बांटने का पूरी तरह विरोध करेगे ।
जानकारी के अनुसार पंचायत लोकतंत्र की एक प्रथम इकाई है ,जो भ्रष्टाचार की जंजीरों से कैद है । पंचायत में जो बजट सरकार गांव की गलियों सड़कों नालियों व अन्य विकासात्मक कार्यो के लिए देती है। यह बजट पंचायत प्रधान व उसके खास रसूखदार व तानाशाह लोग ही अपनी मनमर्जी से खर्चे कर अपनी जेब भरते हैं । इसके लिए हमारे देश के भ्रष्ट सत्ताधारी के साथ-साथ सरकार के भ्रष्ट अधिकारी भी देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ।
इस छोटे पंचायत चुनाव में प्रतिनिधि पानी की तरह पैसा बहा कर लोगों से वोट बतटोरते है । चुनाव में जो लोग पैसा शराब और मीट बांटते हैं उनके साथ भ्रष्टाचार के लिए वह लोग भी उतने ही जिम्मेदार है जो लोग पैसा शराब और मीट खाते हैं । पहली बात यहाँ पर हम उन लोगों के बारे में भी कहना चाहते हैं ,जो चुनाव में प्रतिनिधि का खर्चा करवा के पैसे शराब और मीट के बदले अपना कीमती वोट देते हैं । उसे चुनाव के बाद विकास के कार्य पर सवाल व मांग करने का कोई अधिकार नहीं बनता ।
क्योंकि जाहिर सी बात है कि जब एक प्रतिनिधि चुनाव जीतने के लिए लाखों रुपए खर्च था है तो उसका पूरा ध्यान बिकास की बजे अपनी खाली जेब को भरने में रहता है। दूसरा जो आदमी चुनाव में पैसा लगाता लगाकर लोकतंत्र को खोखला करता है, उसके लिए हम कहना चाहते हैं कि आप 2020 में होने वाले ग्राम पंचायत के चुनाव में उतना पैसा लगाएं जितना आप को दान देने या पैसा बर्बाद करने की श्रद्धा और क्षमता ।
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