सिरमौर में वराह अवतार के एकमात्र मंदिर में मकर सक्रांति पर जुटी भीड़ |
News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
उपमंडल संगड़ाह में स्थित वराह अवतार के एकमात्र मंदिर में मंगलवार को मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटी। जंहा पर संगडाह के विभिन्न गांवों में मौजूद शिरगुल महाराज, विजट, गुगा पीर व मां काली आदि के मंदिरों में भी काफी भीड़ रही। परम्परा के मुताबिक माघ साजा अथवा मकर संक्रांति पर ग्रामीण अपने कुल देवताओं को अनाज व घी चढ़ाते हैं। काफी अरसे से अनदेखी के चलते हालांकि आज वराहावतार मंदिर जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं, मगर देवता में आस्था रखने वाले क्षेत्रवासियों के लिए मंदिर की हालत मायने नहीं रखती।
भगवान विष्णु के तीसरे अवतार का यह मंदिर उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह की करीब सात हजार फुट ऊंची देवढाल पहाड़ी पर मौजूद है। सदियों पुराने इस मंदिर में साल में केवल चार सक्रांति अथवा तीन माह में एक बार ही पूजा की जाती है। मंगलवार को मकर संक्रांति अथवा माघ के साजे पर स्थानीय बोली में सूंअर देव के नाम से मशहूर इस मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस मंदिर के तीनों तरफ 1990 के दशक से चुना खदाने चल रही है तथा करीब चार किलोमीटर दुर्गम पैदल रास्ते से पीने का पानी भी साथ लेकर यहां जाना पड़ता है।
सर्दियों में हर साल चोटी पर हिमपात होता है तथा यहां रात्रि ठहराव की भी व्यवस्था नहीं है। उक्त मंदिर के जीर्णोद्धार तथा देवढाल पहाड़ी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए क्षेत्र के युवाओं द्वारा द्वारा वराह अवतार मंदिर सेवा समिति का पंजीकरण भी गत वर्ष करवाया जा चुका है। बहरहाल क्षेत्र के मंदिरों में मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
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