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हिमाचल और अन्य राज्यों की सीमा बॉर्डर पर उमड़ रहे सैलाब को देखकर राज्य सरकार ने शाम सात बजे के बाद हिमाचल में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके तहत दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को शाम सात बजे से लेकर सुबह सात बजे के बीच प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस कारण बाहर से आने वाले सभी लोगों को हिमाचल के बॉर्डर एरिया में दिन के समय पहुंचना जरूरी होगा। जाहिर है कि परवाणू, मैहतपुर, कंडवाल तथा स्वारघाट सहित राज्य के बॉर्डर एरिया में बाहर से आने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच के साथ पंजीकरण भी हो रहा है।
इस कारण इन्हें शाम छह बजे से पहले बॉर्डर में पहुंचना जरूरी होगा। इन आदेशों की पालना के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों के भीतर राज्य में 75 हजार से ज्यादा लोग प्रवेश कर चुके हैं। कर्फ्यू पास लेने के बाद बाहर से आने वाले व्यक्ति 24 घंटे यात्रा कर रहे हैं। इस कारण स्वास्थ्य विभाग की टीमों को रात्रि के समय मेडिकल चेकअप में दिक्कतें आ रही थीं। पुलिसकर्मियों को भी मध्य रात्रि में कानून व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कतें आ रही थीं। यही कारण है कि रात के समय बॉर्डर एरिया में प्रवेश पर रोक लगाने को कहा गया है। अब बाहर से आने वाले लोगों को सुबह सात से शाम सात बजे के बीच ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। हालांकि यह शर्त आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कर रहे वाहनों पर लागू नहीं होंगी। बाहरी राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया है। इस आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग देशभर के राज्यों में मौजूद हिमाचलियों की सूची तैयार कर रहा है। हालांकि प्राथमिकता के आधार पर छात्रों को लाया जाएगा।
यदि दूसरे राज्यों से लोग आएंगे, तो यहां से जाएंगे भी
एक-दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वाहन सुविधा देने के लिए सरकार वाइस-वरसा फार्मूला एडॉप्ट कर रही है। इसके तहत दिल्ली में फंसे हिमाचलियों को केजरीवाल सरकार भेजेगी। उन्हीं वाहनों में हिमाचल में फंसे दिल्ली के लोगों को वापस भेजा जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने दूसरे प्रदेशों से संपर्क किया है।
सभी को हिमाचल से प्यार
हिमाचल में धारा-118 के तहत संपत्ति अर्जित कर चुके लोगों को भी इस संकट में देवभूमि की याद आई है। ऐसे सैकड़ों गैर हिमाचली यहां पहुंचे हैं, जिन्होंने हिमाचल में अपने फ्लैट या जमीन खरीद रखी है। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि दूसरे राज्यों के मुकाबले हिमाचल में कोरोना अभी तक नियंत्रण में है। अब हिमाचल सभी को प्यारा लगने लगा है।
बन रहा विशेष सॉफ्टवेयर
बॉर्डर एरिया मैनेजमेंट के लिए सरकार ने आईटी विभाग को सॉफ्टवेयर डिवेलप करने को कहा है। इसमें बाहरी लोगों का डाटा अपलोड किया जाएगा। इसके माध्यम से उन्हें बॉर्डर में प्रवेश करने के दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। मेडिकल जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग हिमरेखा एप्लीकेशन शुरू कर रहा है।
लवली यूनिवर्सिटी जालंधर से प्रदेश में आएंगे 31 छात्र
लवली यूनिवर्सिटी जालंधर से हिमाचल के 31 छात्रों को लाया जा रहा है। इनमें 15 छात्र यूनिवर्सिटी होस्टल तथा 16 पीजी में रुके हुए हैं। उन्हें शुक्रवार को हिमाचल लाया जाएगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित संस्कृत महाविद्यालय से हिमाचल के 22 छात्रों को लाने के लिए यूपी सरकार बस भेज रही है।
फिर बढ़ी ऊना की टेंशन
लगातार कोरोना के मामलों से पीडि़त लुधियाना शहर ने ऊना जिला को सकते में डाल दिया है। लुधियाना के कोरोना पॉजिटिव निकले मरीजों के संपर्क में आने के बाद दो लोग ऊना पहुंचे हैं। इसकी सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें होम क्वारंटीन करने के बाद सैंपल भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कांगड़ा, सोलन ऑरेंज जोन में
हिमाचल के कांगड़ा और सोलन जिला भी ऑरेंज जोन में शामिल हो गए हैं। इन दोनों जिलों में पिछले 14 दिनों से कोई केस नहीं आया है। इसके अलावा राज्य के छह जिले पहले से ही ग्रीन जोन में शामिल है। अब ऊना, चंबा, सिरमौर, हमीरपुर ही रेड जोन की जद में रह गए हैं। हालांकि शुक्रवार को हमीरपुर भी ऑरेंज में आ सकता है।
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