News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब)
शिलाई क्षेत्र पिछले 4 वर्षों से जिला सिरमौर के राजबन में बंद पड़े केंद्रीय विद्यालय को पुनः शुरू करने के लिए हर मंच पर आवाज को बुलंद करता रहा। जिला सिरमौर के राजबन में 2002 से पूर्व में केंद्रीय विद्यालय हुआ करता था जिसके अंतर्गत यहां पर 35 कमरों का भवन और दो खेल के मैदान आते थे। लेकिन किसी कारणवश 2002 में यह केंद्रीय विद्यालय बंद हो गया था। वर्तमान में इस भवन में एक निजी कॉलेज चल रहा है। संगठन ने इस केंद्रीय विद्यालयों को खुलवाने हेतु संबंधित विभागों से सालों से पत्राचार किया है लेकिन अभी तक इस संदर्भ में कोई सार्थक प्रगति देखने को नहीं मिली लेकिन आज जिस तरह लोकसभा में शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप द्वारा केंद्रीय विद्यालय के मुद्दे को उजागर किया गया इससे जिले के केंद्रीय कर्मचारियों और उनके आश्रितों को नई उम्मीद दिखाई देने लगी है।
आज सुरेश कश्यप ने इस मांग को लोकसभा में सरकार के समक्ष रखा और सरकार से आग्रह किया कि हिमाचल के इस दूरदराज व दुर्गम जिले में केंद्रीय विद्यालय को शीघ्र अति शीघ्र पुनः शुरू किया जाए। ताकि जिले के केंद्रीय कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सके और जिले के विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर में सुधार हो सके। संगठन ने सांसद बहुत सराहनीय कार्य किया है। हमें कभी भी अपने शहीद जवानों और उनकी वीरनारियों को नहीं भूलना चाहिए।केंद्रीय विद्यालय की मांग को लोकसभा में पुरजोर ढंग से उठाने के लिए सांसद सुरेश कश्यप जी स्थानीय लोगों ने बहुत सराहना की है।
जिला सिरमौर के भूतपूर्व सैनिकों व वीरनारियों तथा केंद्रीय कर्मचारियों ने सांसद सुरेश कश्यप सिरमौर के राजबन में केंद्रीय विद्यालय को पुनः शुरू करने की लंबित मांग को सरकार और लोकसभा के समक्ष उठाने पर सांसद महोदय का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र के संरक्षक कैप्टन (रि०) डॉ एसपी खेड़ा, कोर कमेटी के सदस्य करनैल सिंह, हार्दिक बत्रा, सोमदत्त अत्री, अध्यक्ष विरेंद्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष दर्शन सिंह, सचिव नरेंद्र ठुंडू, सह सचिव मोहन सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष तरुण गुरंग, सह कोषाध्यक्ष तिलक राज, मीडिया प्रभारी स्वर्णजीत सिंह व सुखविंदर सिंह, के अलावा वीरनारियां, आश्रित तथा सैकड़ों भूतपूर्व सैनिक के अलावा जिला सिरमौर भूतपूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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