News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
पांवटा औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत अम्बोया स्थित चंदेला गांव में गुपचुप तरीके से दवाईयों के रेपर, स्क्रिप्ट, एल्युमिनियम, प्लास्टिक आदि जलाने की एक बड़ी फैक्ट्री चल रही है। बता दें कि शहर से 16 किलोमीटर लम्बी दूरी पर एक ग्रामीण क्षेत्र के उपगांव चंदेला में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के अवैध तरीके से स्थापित है। इसमें दवाईयों के स्क्रैप, रेपर, एल्युमिनिय, प्लास्टिक आदि अवैध सामग्री जलाए जा रही हैं। जिससे जानलेवा जहरीला धुआं उगलने वाली फैक्ट्री क्षेत्र के हरि भरी फसलों एवं स्वच्छ वातावरण को दूषित कर रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रदेश मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री, जिला उपायुक्त, उपमंडल अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित संबंधित विभाग को लिखित शिकायत भेजी है।धुआं उगलने वाली फैक्ट्री को जल्द से जल्द बंद कराने की मांग की।
आरोप है कि औधौगिक क्षेत्र के विभिन्न जगहों से दवाइयों के स्क्रैप, रेपर, एलुमिनियम आदि अवैध प्रदूषित सामग्री को एकत्रित कर ग्रामीण क्षेत्र में पिघलाकर और जलाकर वातावरण दूषित किया जा रहा है। फैक्ट्री संचालक बिना किसी भय के दिन रात अंजाम देने से बाज नही आ रहे है। इसमें दर्जनों मजदूर काम कर रहे हैं । आसपास क्षेत्र के ग्रामीण अर्जुन सिंह, मुन्नाराम, प्रताप, रंजीत, दीपचंद, ज्ञान, हरदेव, राकेश, प्रदीप, सोनू, ओमप्रकाश, चरण, समीर, राजीव, विक्की, जयप्रकाश, संजीव, मंजीत, गुरनाम, कुलदीप, विनोद, निर्मल आदि ने उपरोक्त सरकार एवं बोर्ड अधिकारी को शिकायत में दम घुटने वाले प्लांट से प्रदूषण बढ़ रहा है। इसमें किसी प्रकार का भी कोई प्रदूषण रोकने के लिए ना कोई इंतजाम है और ना ही उनके पास कोई उपकरण। इतना ही नहीं यह किस नाम की फैक्ट्री है बोर्ड तक नहीं लगा है। जिससे शक और गहरा होता जा रहा है कि यह फैक्ट्री अवैध तरीके से चल रही है। इस फैक्ट्री में एलुमिनियम स्क्रैप आदि रो मटेरियल टनों के हिसाब से पहुंच रहा है लेकिन अभी तक ना तो पुलिस का शिकंजा पड़ा, ना ही ग्राम पंचायत एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।ऐसे में किसी उच्च टपके की शह तले धंधा शुरू हो रहा है । क्षेत्र के हरियाली एवं हरि भरी फसलों पर दूषित हवाओं एवं इसके बारीकी कणों निकलने से प्रतिकूल असर बढ़ रहा है। ग्रामीणों ने पंचायत से लेकर बोर्ड अधिकारी से धुआं उगलने वाली फैक्ट्री को जल्द से जल्द बंद कराने की मांग उठाई।
गउन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सब्र का बांध टूटता जा रहा है लोगों को जहरीली गैस से घुटन महसूस हो रही है जिसके कारण इस प्लांट को तय मनको की अधूरी शर्त पर दी गई परमिशन एवं एनओसी रद्द की जाए । यह भी आरोप रहा कि गुपचुप तरीके से चल रहे दम घुटने वाली फैक्ट्री को बन्द कराने में प्रशासन एवं बोर्ड द्वारा देरी करना चिंता का विषय है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इसे जल्द से जल्द बंद कराई जाए अन्यथा इस मामले को अगले सप्ताह होने वाले अम्बोया में जनमंच में पूरे जोर-शोर के साथ उठाया जाएगा ।
उधर पौंटा एसडीएम एलआर वर्मा ने शिकायत मिलने की पुष्टि की । उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिशासी अभियंता को जांच के आदेश दिए तथा खामियां पाई जाने पर फैक्ट्री संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किये। उधर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिशासी अभियंता एके शारदा ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, उन्होंने कहा कि बोर्ड पहले भी प्रदूषण फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है और अगर ऐसा पाया जाता है तो उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई होगी।
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