News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
प्राचीन सभ्यता से चली आ रही विजिट महाराज का शांत महायज्ञ पूजा अर्चना के साथ विधवत किया जाता है । यह महायज्ञ बिजट देवता मंदिर संगड़ाह में मंगलवार को शांत महायज्ञ परंपरागत ढंग से संपन्न हुआ। इससे पूर्व सोमवार रात्रि मंदिर में जागरण किया गया।
उक्त धार्मिक आयोजन से पूर्व देवता को हरिद्वार में गंगा स्नान करवाया गया तथा इसके बाद यमुना व रेणुकाजी में स्नान की परंपरा पूरी की गई। इसके बाद बिजट महाराज को चूड़धार की यात्रा करवाई गई। मंगलवार प्रातः मंदिर पर देवदार की लकड़ी की बनी खनेवड़ तथा खूरुड़ अथवा कलश चढ़ाए जाने की परम्परा निभाई गई।
मंदिर में विजट तथा शिरगुल महाराज की नई प्रतिमाओं की स्थापना भी की गई। देवता के भंडारी बाबूराम शर्मा ने बताया कि, पांच साल बाद मंदिर में शांत महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुराना संगड़ाह गांव के अलावा आधा दर्जन गांव के सैंकड़ों लोग भी मौजूद रहे। करीब तीन शताब्दियों से मंदिर में शांत का आयोजन किया जाता है।
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