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सरकारी स्कूलों में लगातार बढ़ रही विद्यार्थियों की हाजिरी से उत्साहित राज्य सरकार ने स्कूलों को बंद नहीं करने का फैसला लिया है। गुरुवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में हुई विभागीय अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। शिक्षा मंत्री ने बताया कि शीतकालीन जिलों के निजी स्कूलों को ऑनलाइन या ऑफलाइन पढ़ाई में से एक विकल्प तलाशने के लिए स्वयं अधिकृत किया गया है।
निजी स्कूलों को इस बात पर पीटीए या एसएमसी से चर्चा कर आगामी फैसला लेना होगा। शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए एसओपी से स्कूलों में सख्ती से पालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की हाजिरी 80 फीसदी तक पहुंच गई है।
विद्यार्थी और अभिभावक स्कूल खुलने से खुश हैं। ऐसे में स्कूलों को बंद करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षा सुचारु चलती रहे, इसके लिए एसओपी का पालन करना जरूरी है। जो निजी स्कूल प्रबंधन बच्चों को नहीं बुलाना चाहते हैं, स्वयं इसका फैसला करें। सरकार ने उन्हें अपने स्तर पर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है।
जनवरी 2022 से शुरू होगी प्री प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती|प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों के लिए जनवरी 2022 से शिक्षकों की भर्ती शुरू होगी। नए शैक्षणिक सत्र से पहले नर्सरी और केजी की कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नर्सरी टीचर ट्रेनिंग करने वालों और 15 वर्ष तक आंगनबाड़ी वर्कर के तौर पर कार्य करने वालों को भर्ती में शामिल किया जाएगा।शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में चार हजार एनटीटी अध्यापकों की नियुक्ति की जानी है। इसके लिए विभाग ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। विभागीय स्तर पर तथा आउटसोर्स दोनों विकल्पों पर प्रस्ताव मांगा गया है। ये भर्तियां एनसीटीई के निर्धारित मापदंडों के आधार पर ही की जाएंगी।
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