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November 16, 2024

है भगवान… खस्ताहाल रामपुर- गिरी कैनाल पांवटा में बन गई डस्टबिन ।

News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब)

उपमंडल पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाली रामपुर- गिरी कैनाल खस्ता हाल हो चुकी है । बदहाली की हालत में पड़ी गिरी नहर में प्लास्टिक के कचरे से भरी पड़ी है । यह नहर सैंकड़ो किसानों के खेतों के सिचाई के लिए बनी है। लेकिन, आजकल तो केवल डस्टबिन ही नजर आ रही है। ऐसे में पांवटा दून विस् क्षेत्र के विधायक सुखराम चौधरी के अथाह विकास के दावे एआम जनता को हजम नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन इस नहर का हाल देख कर हर कोई हैरान है । वही प्रदेश सरकार द्वारा प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी शहर में इतना प्लास्टिक आखिर कहां से उगल रहा है। इस ओर विभागीय की नजर नही जा पा रही है ।


जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब की नवादा से लेकर बातामंडी तक बनी रामपुर-गिरी कैनाल नहर के पानी से ऐसे गरीब किसानों की जमीन को सींचती है जिनके पास टीयूबल नही है । ऐसे किसानों की जमीनों की सिंचाई में यह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है यह नहर । यह नहर नवादा से लेकर बातामंडी तक तकरीबन 20 किलोमीटर की दूरी तय करती हुई यह नहर 2000 बीघा से अधिक जमीन को सींचती है।

शहरी क्षेत्र में नहर पर प्लास्टिक कचरा डालने से दूषित हो रहा पानी ।

दरअसल इस सिंचाई नहर की सबसे अधिक बुरी दशा देखने को शहरी क्षेत्र में शुरू होती है जो कि शहर के बीचों बीच कॉलेज सड़क से होते हुए चुंगी नंबर 6 और शमशेरपुर आईटीआई के पीछे से होते हुए यह भूपपुर तक अपनी सबसे बुरी दशा में है । वही नहर के दोनों और बसे लोगों ने इस पर न केवल अतिक्रमण कर लिया है बल्कि इसमें प्लास्टिक की वस्तुएं डालकर इसके इसके गति को प्रभावित किया ही है उसके साथ साथ यह जमीन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है ।इतना ही नहीं इस पर हर जगह बिना परमिशन छोटी-छोटी पुलिया बनाकर इसे ढक भी दिया गया है जिसके कारण इसकी सफाई भी मुश्किल हो गई है।

‌उधर इस बारे में SDO देवानंद पुंडीर ने बताया कि इस नहर से कई पंचायतों और गांव की ज़मीने सिंचित की जाती है ।हालांकि शहरी क्षेत्र में इस कैनाल की हालत सबसे ज्यादा खराब हो गई है फिर भी रामपुर-गिरी कैनाल की रिपेयर सफाई और शहरी क्षेत्र में चेंबर बनाकर इसमें पाइप डालने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है ।
इसके लिए तकरीबन 3 करोड़ रुपए के टेंडर शिमला से लगाए जाने है । उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्दी ही टेंडर लगाए जाएंगे और इसकी सफाई और शहरी क्षेत्र में विशेष तौर अतिक्रमण हटाने और रिपेयर वर्क कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

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