News portals-सबकी खबर (सोलन )
चीन देश में घातक हो चुके ‘कोरोना’ वायरस को लेकर सोलन के पास दौलांजी स्थित बौन धर्म मठ व धर्मशाला स्थित बौद्ध धर्म मठ हाई अलर्ट पर रखा गया है। सोमवार को हिमाचल प्रदेश सहित देश के सभी राज्यों के उच्च स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना वायरस के संदर्भ में आवाश्यक जानकारी ली है। प्रदेश में बौद्ध धर्म व बौन धर्म के स्थलों पर अधिक पैनी नजर रखने की हिदायतें हैं और इसके साथ-साथ चीन में एमबीबीएस की डिग्री व अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने गए विद्यार्थियों के आवागमन या उनसे संपर्क करने वाले रिश्तेदारों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। विडंबना यह है कि देश-प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर खौफ का वातावरण भले ही है, परंतु देश में इस वायरस से निपटने के लिए अभी तक कोई दवाई या इंजेक्शन नहीं है। हिमाचल प्रदेश में भी इसकी कोई भी मेडिसिन न होने के कारण पुरातन पद्धति ‘जानकारी ही बचाव है’ पर सभी जिला मुख्यालयों को सतर्क किया गया है। प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक-एक निगरानी अधिकारी की नियुक्ति करके उसके मोबाइल नंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिया गया है। सोमवार को केंद्र ने सभी प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की। प्रदेश की ओर से स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डा. वाईडी शर्मा व राज्य सर्विलियंस अधिकारी डा. सोनम नेगी ने वीडियो कान्फ्रेंस में भाग लिया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में केंद्र की ओर से बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति 20 दिन से चीन देश से आया है, उस पर निगरानी रखनी है। यदि उस व्यक्ति को बुखार, खांसी, निमोनिया है, तो कम से कम पहले सात दिन उसे घर पर ही निगरानी में रखना है। यदि उसके बाद भी व्यक्ति की तबीयत बिगड़ जाती है, तो जिला अस्पताल में अलगाव कमरा (आइसोलेशन रूम) में रखकर निमोनिया, सांस व गले की बीमारी का इलाज शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डा. वाईडी शर्मा ने कहा कि वीडियो कान्फ्रेंस हुई है तथा सभी जिला मुख्यालयों पर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पुणे की एकमात्र लैब में ही होती है पहचान
देश में वायरस की पहचान करने के लिए आज भी एकमात्र लैबोरेट्री ‘सेंट्रल नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलोजी’ पुणे (महाराष्ट्र) में ही है। यहीं से पूरे राज्य नमूनों की जांच के लिए कई सप्ताह तक भटकते रहते हैं।
12 हवाई अड्डों पर थर्मल सेंसेटिव मशीन
देश के सभी 12 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हाई अलर्ट है तथा वहां ‘थर्मल सेंसेटिव मशीन’ स्थापित की गई है। यह सेंसर मशीन टोल बैरियर पर फास्ट टैग की तरह ही कार्य करती है तथा चीन से आने वाले किसी यात्री को यदि बुखार है, तो स्वतः ही उसकी पहचान कर लेगी।
वुहान से लोगों की एंट्री पर रोक
धर्म-संस्कृति विभाग के मंत्री कर्मा गिलेक युथोक बोले
मकलोडगंज – चीन में फैला कोरोनावायरस पर धर्म और संस्कृति विभाग के मंत्री कलोन वेन कर्मा गिलेक युथोक ने चीन में कोरोना वायरस बीमारी की चपेट में आने से जान गंवा चुके लोगों के लिए अपनी संवेदना प्रकट की है। गिलेक युथोक ने बताया कि इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए तिब्बत सरकार ने चीन के शहर वुहान से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है, ताकि यह वायरस अन्य जगहों पर न फैल सके। उन्होंने बताया कि चीन भी इस कोरोना वायरस पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहा है, ताकि इस बीमारी की चपेट में आने से लोगों को बचाया जा सके। यह वायरस वुहान में हुआनन सीफूड मार्केट में अवैध रूप से शिकार किए गए जीवों से उभरा है। इससे पहले भी वर्ष 2003 में सारस नाम का वायरस चीन में फैला था, जिसमें 8098 लोगों में से 774 लोगों की मौत हो गई थी।
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