Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 24, 2024

इस बार मंडियों में टमाटर के दाम तो अच्छे मिल रहे हैं लेकिन उत्पादन बहुत कम

News portals-सबकी खबर (शिलाई  )

जंहा एक और प्रदेश सरकार किसानो की आय को लेकर किसानो के हितो के लिए कई योजना दी गई ताकि किसानो अधिक लाभ हो लेकिन  इस बार मंडियों में टमाटर के दाम तो अच्छे मिल रहे हैं लेकिन उत्पादन बहुत कम है। बात गिरिपार क्षेत्र की हो रही है जहां हर साल व्यापक पैमाने पर टमाटर की खेती की जाती रही है। लेकिन पिछले साल दाम बहुत कम मिलने से लागत भी पूरी न होने और इस साल कोरोना लॉकडाउन के चलते टमाटर का उत्पादन बहुत घट गया है।

यही कारण है कि जिस कफोटा क्षेत्र से एक माह में 20 से 25 गाडि़यां टमाटर से लद कर दिल्ली मंडी में पहुंचती थीं वे इस बार करीब 20 दिन में चार से पांच गाडि़यों तक सिमट कर रह गई है। जिला के पहाड़ी गिरिपार क्षेत्र से लाल सोना दिल्ली की मंडी की ओर जून माह के आखिरी सप्ताह से निकलना शुरू हो गया है। इस बार टमाटर की पहली खेप में किसानों को 300 रुपए से 1100 रुपए तक प्रतिक्रेट दाम मिले।

जिससे कुछ किसान तो खुश हैं। लेकिन जिन्होंने इस बार टमाटर नहीं लगाए उनमें मायूसी जरूर है। बुधवार को कफोटा क्षेत्र से तीसरी खेप दिल्ली के लिए निकली।  इस बार क्षेत्र में पैदावार बहुत कम है। पिछले 15 दिन में वे तीसरा चक्कर लगा रहे हैं जिससे पता चलता है कि इस बार दाम तो बढि़या हैं लेकिन पैदावार बहुत कम हो गई है।वही किसान ओमप्रकाश बाबू राम प्रताप सिंह ,बिक्रम सिंह ,जागर सिंह ,सुरेश  अदि ने बताया की इस बार जब टमाटर की पोध लगाई गई थी तो उस समय ओलावृष्टि से उनकी पोध को काफी नुकसन पहुचा था जिसके बाद उन्होंने दुबार दे पोध तेयार की उस कारण से भी टमाटर का उत्पादन में कमी आई है |

Read Previous

हिमाचल में एनडीआरएफ बटालियन के लिए मंडी में जमीन की फ़ाइनल |

Read Next

पुलिस के हाथो हुआ विकास दुबे काएनकाउंटर , कर रहा था हथियार छीनने की कोशिश |

error: Content is protected !!