News portals-सबकी खबर (डेस्क – शिमला )
प्रदेश में विद्यार्थियों के लिए स्कूल और कॉलेज नियमित खुले रहेंगे या बंद होंगे, इसका फैसला सोमवार को कैबिनेट बैठक में होगा। सोमवार को राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सुबह साढ़े 10 बजे कैबिनेट बैठक होगी। हालांकि दिवाली की छुट्टियों के बाद सोमवार से 8वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग कैबिनेट बैठक में स्कूलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से अवगत करवाएगा। विभागीय अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार आगामी फैसला लेगी। स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना संबंधी प्रस्तुति देगा। व
जिला उपनिदेशकों ने स्कूल प्रिंसिपलों से चर्चा करने के बाद अब रिपोर्ट निदेशालय भेजी है। मौसम में बदलाव आने से हालांकि प्रदेश में खांसी, जुकाम और बुखार के मामले बढ़े हैं, लेकिन इसे सामान्य वायरल ही माना जा रहा है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को 8वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खुले ही रखने का प्रस्ताव दिया है। सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अभी स्कूलों में बुलाने की योजना नहीं है।
शनिवार को स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक भी हुई। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कैबिनेट बैठक में कुछ बंदिशें बढ़ाई जा सकती हैं। उपचुनाव और त्योहारी सीजन के चलते बीते कुछ समय से लोग लापरवाह हुए हैं। ऐसे में सरकार अब फेस मास्क और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कड़ाई कर सकती है। कैबिनेट बैठक में स्मार्ट स्कूल वर्दी का टेंडर अवार्ड करने का फैसला भी होगा।
प्रदेश के स्कूलों में 8वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दी गई दिवाली की छुट्टियों का रविवार को आखिरी दिन है। सरकार ने स्कूलों में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए दिवाली की छुट्टियों में इस बार बढ़ोतरी की थी। 31 अक्तूबर से 7 नवंबर तक स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले तीसरी और पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों को 11 और 12 नवंबर को स्कूलों में बुलाने का प्रस्ताव भी राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जाएगा। 12 नवंबर को देशभर में नेशनल अचीवमेंट सर्वे के लिए लिखित परीक्षा होनी है। प्रदेश के 1979 स्कूलों में इस परीक्षा का आयोजन एनसीईआरटी की ओर से किया जाना है। सर्वे के जरिये सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों का शैक्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। परीक्षा में प्रश्नपत्र बहुविकल्पीय होंगे।
ओएमआर शीट के माध्यम से विद्यार्थी परीक्षा देंगे। तीसरी और पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों से गणित, भाषा एवं ईवीएस विषय संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। आठवीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों से सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित, हिंदी और अंग्रेजी विषयों से संबंधित प्रश्न आएंगे। दो वर्ष बाद होने वाले इस सर्वे के लिए विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाया जाना जरूरी है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने सोमवार की बैठक के लिए यह प्रस्ताव तैयार किया है।
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