Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

200 साल पुराने मंदिर के जीर्णोद्वार के बाद निभाई गई परम्परा

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
विकास खंड संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले खड़ाह गांव के विजट महाराज के विजट महाराज मंदिर मे शुक्रवार को शान्त अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इससे पहले वर्ष 1989 में इस मंदिर मे यह अनुष्ठान आयोजित किया गया था। विजट महाराज के मंदिर के जीर्णोद्वार के बाद विजय दशमी पर मूर्ति स्थापना के लिए उक्त आयोजन किया गया। शुक्रवार सुबह पहले मंदिर की छत पर खुनेवड़ स्थापित की गई।‌ परम्परा के अनुसार पवित्र स्थान पर मौजूद देवदार के एक ही पेड़ से मंदिर की छत पर खुनेवड़ स्थापित किया जाता है। इस अवसर पर जिला सिरमौर की आधा दर्जन पंचायतों के अलावा व साथ लगते शिमला जिला शिमला के नोरा-बौरा, कुलग, चड़ोली, बांदल व कफला गांव के श्रदालुओं ने भी यहां पंहुच कर देवता के आशीर्वाद लिया। मंत्रोचारण व विजट महाराज के जयकारों के साथ खुनेवड लगाने का कार्य शुरू किया।

पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर सैंकड़ो लोगों ने विजट महाराज का गुणगान करते यह रस्म पूरी की। मंदिर के पुजारी मस्तराम ने बताया कि, इस शान्द के दौरान विजट महाराज के जयकारों से समूचा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। यहां पर पूरे नवरात्रों में 9 पंडितों ने पूजा पाठ के बाद आज दशमी को शान्त पर्व का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला शिमला के सराह स्थित विजट महाराज मंदिर से विजट महाराज की छड़ी भी पहुंची थी। जिसे 14 परगने के भंडारी प्रदीप लाए थे। पुजारी ने बताया कि, दो सौ वर्ष पुराने इस मंदिर का पारम्परिक शैली में जीर्णोद्वार अथवा पुनर्निमाण किया गया। मंदिर में देवी देवताओं के अलावा अदभुत काष्ठकला से सुशोभित किया है, जिस पर लाखों रुपये का खर्चा किया गया है। इस अवसर पर पारंपरिक धुनों व गीतों से लोगों ने रासा नृत्य पेश कर खूब मनोरंजन किया। शांद में बाहर से आए श्रदालुओं के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर मोहनलाल शर्मा, मस्तराम भंडारी नारायण सिंह, बस्तीराम व गंगाराम समेत सैंकड़ो श्रदालु उपस्थित रहे।

Read Previous

ईंट के ट्रक मे मिली अवैध शराब की 250 पेटियां

Read Next

शिव मंदिर मूर्ति स्थापना अनुष्ठान में उमड़ा श्रदालुओं का सैलाब

error: Content is protected !!