News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
संगड़ाह महाविद्यालय में विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों के खाली पदों के चलते यहां से आधे से ज्यादा सांइस स्टूडेंट पलायन होने पर शिक्षा विभाग के खिलाफ नाराजगी जताते हुए विद्यार्थी भूख हडताल पर बेठे |संगड़ाह महाविद्यालय में विद्यार्थी परिषद द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल फिलहाल स्टाफ का आश्वासन मिलने के बाद समाप्त हो गई। 26 घंटे बाद शनिवार बाद दोपहर भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रताप तोमर, एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार, थाना प्रभारी जीतराम तथा प्राचार्य डॉ दिनेश भारद्वाज आदि द्वारा छात्रों को 10 दिन में स्टाफ मुहैया करवाए जाने का भरोसा दिया गया।
आश्वासन के बाद उन्होंने जूस पिलाकर छात्रों का अनशन समाप्त करवाया। भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रताप तोमर व भाजयुमो ब्लॉक अध्यक्ष विजेंद्र शर्मा के अनुसार महाविद्यालय में अंग्रेजी तथा गणित के प्राध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि, सोमवार तक उक्त दोनों असिस्टेंट प्रोफेसर के आदेश पहुंच जाएंगे तथा 10 दिन में फिजिक्स व केमिस्ट्री आदि विषयों के पद भरे जाने के लिए प्रदेश के आला भाजपा नेताओं तथा संबंधित अधिकारियों से बात की जा चुकी है।
शनिवार बाद दोपहर स्वास्थय अधिकारी डॉ ईशा द्वारा हड़ताली छात्रों की स्वास्थय जांच भी की गई। भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थी परिषद पदाधिकारियों ने चेताया कि, दस दिन की निर्धारित अवधि में स्टाफ न आने की सूरत में दोबारा भूख हड़ताल की जाएगी तथा उग्र प्रदर्शन भी किया जाएगा। शुक्रवार दोपहर 12 बजे परिषद के आठ सदस्य भूख हड़ताल पर बैठे थे तथा 48 घंटे के लिए रखे गए उक्त अनशन को फिलहाल आश्वासन के बाद छात्रों ने 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया।
विद्यार्थी परिषद कैंपस अध्यक्ष मोहित जैन तथा राजेश्वर, तरुण, प्रदीप ठाकुर, सुनील व नेहा आदि एबीवीपी पदाधिकारियों ने आश्वासन के मुताबिक खाली पदों को न भरे जाने की सूरत में तालाबंदी की भी चेतावनी दी। हड़ताली छात्रों ने कहा कि, संगड़ाह महाविद्यालय में विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों के खाली पदों के चलते यहां से आधे से ज्यादा सांइस स्टूडेंट पलायन कर चुके हैं तथा आर्थिक दृष्टि से कमजोर छात्र नाहन व सोलन आदि शहरों का खर्चा वहन करने में समर्थ नहीं है।
बता दे कि इस महाविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष के जहां 14 में से 10 छात्र माइग्रेट हो चुके हैं, वहीं कुल मिलाकर विज्ञान विषय के 52 फीसदी छात्र यहां से पलायन कर चुके हैं। खाली पदों के मुद्दे पर गत 10 सितंबर तथा 21 अगस्त को भी छात्रों द्वारा बस अड्डा बाजार में प्रदर्शन किया जा चुका है तथा स्थानीय एसडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजे जा चुके है।
कॉलेज में गत वर्ष से केमिस्ट्री, मैथ, फिजिकल एजुकेशन, संगीत व अंग्रेजी आदि विषय को लगाकर कुल आठ एसिस्टेंट प्रोफेसर के पद खाली पड़े हैं। इस महाविद्यालय से गत वर्ष बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने वाले छात्रों का रिजल्ट अब तक तैयार नहीं हो सका, जिसका कारण केमिस्ट्री का प्रवक्ता न होने के चलते उक्त विषय की असेसमेंट न भेजना बताया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ दिनेश भारद्वाज ने कहा कि, आश्वासन के बाद छात्रों ने फिलहाल अनशन समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि, यहां खाली पड़े खाली पद भरने को लेकर कईं बार विभाग को लिखा जा चुका है।
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