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November 22, 2024

जरवा जुनेली पंचायत प्रतिनिधियों सहित संबंधित कर्मचारियों पर ग्रमीणों ने लागए घोटाला करने के संगीन आरोप,दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग

News portals- सबकी खबर (शिलाई) विकास खंड शिलाई के अंतर्गत कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है। यहां कर्मचारियों की नसों में खून की जगह भ्रष्टाचार नजर आ रहा है। आलम यह है कि करनी किसी और की होती है और भुगतना किसी अन्य को ही पड़ता है। देखने में आया है कि पंचायतों के अंदर कर्मचारियों की कमीशन खोरी के कारण पंचायतें भ्रष्टाचार मे लिप्ट हो रही है। मामला ग्राम पंचायत जरवा जूनेली का सामने आया है। जहां पर पंचायत वासियों ने पंचायत प्रतिनिधियों सहित संबंधित कर्मचारियों पर विकासतमक कार्यों के नाम पर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का घोटाला करने को लेकर संगीन आरोप लगाए है। मामले की शिकायत जिला उपायुक्त, जिला पंचायत अधिकारी सहित विजिलेंस को की गई है और कर्मचारियों सहित पंचायत में जांच की मांग रखी गई है।पंचायत वासियों की माने तो पंचायत प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों के साथ मिलकर पंचायत के अंदर रात-दिन भ्रष्टाचार किया है। अधिकतर भ्रष्टाचार मनरेगा से बन रही स्कीमो में किया गया है। दर्जनों स्कीमो में केवल मेट्रियल पेमेंट निकालकर स्कीमो को अधूरा छोड़ दिया गया है। इनमे अधिकांश स्कीमे ऐसी है। जो मौका पर बनी ही नही है। या फिर आधी अधूरी है। पंचायत के अंदर पेयजल टैंक, सिंचाई टैंक, कुहल, पेयजल लाइन, गलियां, रास्ते, सड़कें सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए है। और लाखो रुपए सरकारी खजाने से निगल दिए है। आधा दर्जन से अधिक विकासात्मक कार्य ऐसे है जिनमे मौका पर सैकड़ों रुपयों का कार्य भी नही हुआ है और लाखो रुपए की निकासी की गई है। मनरेगा मस्ट्रोल के अंदर पंचायत प्रतिनिधियों के चहीते और रिश्तेदारों के अधिकतर नाम शामिल किया गए है।

केवल अपनो को फायदा पहुंचाने की मंशा को लेकर विकासात्मक कार्यों से सरकारी धन की बंदर बांट चल रही है। इसलिए मामले में बारीकी से जांच और दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की गई है। सूत्रों की माने तो जरवा जुनेली के अतिरिक्त विकास खंड की ग्राम पंचायत शिलाई, मानल, डाहर, मिल्ला, क्यारी गुंडाह, बैला, झकांडो में सरेआम पंचायत प्रतिनिधि अपने चहेतों को फायदा पहुंचा रहे है। मनमर्जी के अनुसार यह पंचायते कार्य कर रही है। इन पंचायतों में कर्मचारियों को पहले कमीशन पहुंचती है। उसके बाद मौका पर जाने के लिए गाडियां उपलब्ध हो रही है। अधिकांश कर्मचारी तो ऐसे है। जिनकी एंबी और बिलिंग एक ही टेबल से हो रही है। इसलिए जिला प्रशासन जल्द उपरोक्त पंचायतों पर जांच बिठाने के मूड में नजर आ रहा है। जिला अधिकारियों की माने तो जरवा जुनेली पंचायत में हो रहे गोलमाल की शिकायते पहुंची है। इसलिए पहले जरवा जुनेली पंचायत में जांच के आदेश दिए गए है। जल्द ही अन्य पंचायतों के रिकार्ड और पंचायतों में हो रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए जांच टीम गठित की जाएगी।

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