News portals-सबकी खबर (नाहन ) विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि सिरमौर जिला के दूर दराज वाले क्षेत्रों विशेषकर, सिंगल टीचर, बिना शिक्षक वाले स्कूलों तथा एनरोलमेंट के आधार पर अधिक बच्चों वाले स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बैच वाइज आधार के साथ ही चयन आयोग के माध्यम से अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी है। विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार आज डॉक्टर यशवंत सिंह परमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ददाहू के वार्षिक परितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि स्कूल के विधार्थियो, अभिभावकों व अन्य उपस्थित जनसमहू को सम्बोधित कर रहे थे।
विनय कुमार ने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ददाहू, सिरमौर जिला के सबसे पुराने स्कूलों में शुमार है जहां पर कई प्रतिष्ठित लोगों ने शिक्षा ग्रहण की है, जिसमें पूर्व मंत्री गुमान सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सहित कई जाने-माने चेहरे शामिल है। विनय कुमार ने कहा कि इस स्कूल का इतिहास गौरवमई है और स्कूल के बच्चों को स्कूल की प्रतिष्ठा के अनुरूप, पूर्व में रहे छात्रों के पदचिन्हों पर चलकर स्कूल और क्षेत्र का नाम रोशन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सन 1918 में स्कूल की स्थापना प्राथमिक पाठशाला के रूप में हुई थी। जबकि 2 अक्टूबर 1940 को यह स्कूल मिडिल बना। इसी प्रकार प्रथम जून 1953 को यह हाई स्कूल बना और एक अगस्त 1994 को यह स्कूल वरिष्ठ माध्यमिक हुआ।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं और रेणुका जी क्षेत्र में भी डे-बोर्डिंग स्कूल खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा तथा खेलकूद व अन्य शैक्षिक सुविधाएं प्राप्त होगी।
उन्होंने स्कूल में वार्षिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्कूल प्रबंधन को बधाई दी और कहा कि इस स्कूल की ओर से प्रस्तुत विभिन्न मांगों को समय समय पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने स्कूल भवन की रिपेयर के लिए वांछित धनराशि उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि इस प्रतिष्ठित विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी अपने गुरुजनों, स्कूल, अभिभावकों और क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे।
*हमें अपनी मातृ भूमि और मातृ भाषा को नहीं भूलना चाहिए*
उन्होंने कहा कि हमें अपनी मातृभूमि और मातृभाषा को कभी नहीं भूलना चाहिए यह हमारी सांस्कृतिक विरासत है और यही हमारी सांस्कृतिक पहचान भी है। इस अवसर पर विनय कुमार ने शैक्षणिक व अन्य खेल कूद गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने वाले होनहार विधार्थियो कों पुरस्कार वितरित किये। मुख्य अतिथि विनय कुमार को स्कूल प्रबंधन की ओर से शॉल-टोपी भेंट कर सम्मानित किया गया।
स्कूल के विधार्थियो ने इस अवसर पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
स्कूल के प्रधानाचार्य दीप राम शर्मा ने इस अवसर पर स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी ओर स्कूल की कुछ मांगे भी रखी।
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