Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 26, 2024

प्रदेश में कोरोना वायरस के बीच पति अपनी पत्नियों को मायके नहीं भेज रहे ,महिला आयोग को मिली 15 शिकायतें

News portals-सबकी खबर (शिमला )

हिमाचल प्रदेश में  कोरोना वायरस के बीच पति अपनी पत्नियों को मायके नहीं भेज रहे हैं। यह सुनने में जरूर अटपटा सा लग रहा होगा, लेकिन यह हकीकत है। प्रदेश महिला आयोग में संक्रमण के बीच इस साल करीब 15 शिकायतें ऐसी मिली है, जिसमें महिलाओं ने कहा है कि उनके पति उन्हें बाहर घूमने के लिए नहीं भेज रहे हैं। छह से सात माह हो गए हैं, उन्हें अपने मायके तक जाने नहीं दिया जा रहा है।

आयोग को मिली इस प्रकार की शिकायतों से अधिकारी भी हैरान हैं कि महिलाओं की इस परेशानी का समाधान क्या निकालें। मायके न भेजने की इस तरह की ज्यादातर शिकायतें कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर जिला से हैं। वहीं, कोविड में सोशल मीडिया के माध्यम से युवतियों को ब्लैकमेलिंग की शिकायतें भी आई हैं। अभी तक सबसे ज्यादा 30 मामले ब्लैकमेलिंग के आयोग में दर्ज हुए हैं। इसमें युवतियों ने शिकायत की है कि उन्हें फोटो वायरल करने की धमकी दी जा रही है।

अब व्हाट्स ऐप, ईमेल व फोन पर भी महिलाएं अपनी समस्याएं बता सकती हैं। महिला आयोग ने राज्य भर से 60 शिकायतें महिलाओं ने व्हाट्स ऐप के माध्यम से की है। हैरानी इस बात की है कि अप्रैल माह से लेकर अभी तक 64 शिकायतें महिलाओं ने घरेलू हिंसा से संबधित की हैं। आयोग के अनुसार राज्य में घरेलू हिंसा के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं, आज के इस दौर में भी महिलाओं के ऊपर घरेलू हिंसा की जा रही है। फिलहाल अभी तक घरेलू हिंसा के जो मामले सामने आए हैं, वेे ज्यादातर चंबा, मंडी, कांगड़ा, शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों व हमीरपुर से हैं। आयोग ने पहली बार महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को सामने लाने के लिए ऑनलाइन मदद मुहैया करवाई।

व्हाट्स ऐप पर शिकायतें

आयोग का दावा है कि महामारी के इस संकट में महिलाओं पर घर के अंदर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए ऑनलाइन व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया गया था। यह व्हाट्स नंबर आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध करवाया गया है, ताकि कोई भी महिला अपने उपर हो रहे अत्याचारों की शिकायत आयोग में कर सके।

दहेज प्रताडऩा का केस नहीं

महिला आयोग के अनुसार राज्य में 30 से ज्यादा शिकायते अकेले मानसिक प्रताडऩा की ही दर्ज हुई हैं। शारीरिक प्रताडऩा का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इससे यह तो साफ है कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिए थोड़ी बहुत जागरूक हुई हैं। इस साल एक भी मामला ऐसा दर्ज नहीं हुआ है, जो दहेज प्रताडऩा संबधित हो।

Read Previous

सिरमौर में मात्र 24 घंटे के भीतर सात लोगो की मौत ,508 नए कोरोना पॉजिटिव

Read Next

प्रदेश में 10 जिलों में 5 मई तक अंधड़ और बारिश की चेतावनी

error: Content is protected !!