प्रर्यावरण प्रेमियों ने की शर्तें लागू करवाने की अपील
News portals-सबकी खबर(संगड़ाह)
उपमंडल संगड़ाह में सरकार की अनुमति से चल रही पांच चुना खदानों में से तीन पर प्रशासन की अनुमति से चुना पत्थर का स्टॉक उठाया जाना शुरू हो चुका है। क्षेत्र में मौजूद आधा चुना फैक्ट्रियों को भी प्रशासन द्वारा इसलिए अनुमति दी गई है, क्योंकि इस पाउडर से मुर्गी दाना अथवा कैटल फीड तैयार होता है। संगड़ाह के कॉलेज के समीप मौजूद मंडोली चुना खदान से रविवार को खबर लिखे जाने तक सात ट्रक मुख्य बाजार से होकर निकल रहे हैं। तीन लाइमस्टोन माइन प्रबंधन से जुड़े डीके सिन्हा व रविंद्र यादव आदि ने बताया कि, उपमंडल संगड़ाह की मान्यता प्राप्त 5 में से 3 लाइमस्टोन माइन को स्टाक उठाने की अनुमति मिली है।
मंडोली स्थित हिमालयन माइन के अलावा भूतमढ़ी व बोरली खदानों से भी हर रोज चुना पत्थर के ट्रक निकल रहे हैं। जानकारी के अनुसार मंडोली से कैटल फीड के लिए चुना पत्थर काला-अंब तक ले जाया जा रहा है। प्रर्यावरण प्रेमी बबलू चौहान ने स्थानीय प्रशासन से क्षेत्र में चल रही चुना खदानों को सशर्त दी गई अनुमति की शर्तों का ध्यान रखने की अपील की। सारा संस्था के मुख्य सचिव बीएन शर्मा ने कहा कि, चुना पत्थर स्टाक उठाने के नाम पर खनन कार्य न हो तथा मजदूरों को कोरोनावायरस संक्रामण से बचाने की जिम्मेदारी भी स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की है।
उन्होंने कहा कि, संगड़ाह में खनन विभाग का कोई कर्मचारी नहीं है तथा लाकडाउन के चलते जिला मुख्यालय नाहन से कोई कर्मचारी नहीं पंहुचा है। लाकडाउन के दौरान क्षेत्र के पांच में से केवल दो खनन व्यवसाईयों द्वारा प्रवासी मजदूरों की मदद में सहयोग किया गया। इस बारे एसडीएम संगड़ाह के मोबाइल नंबरों पर बात नहीं हो सकी तथा छुट्टी के चलते कार्यालय में भी संपर्क नहीं हो सका। जिला खनन अधिकारी एस चंद्र ने कहा कि, उक्त खनन अथवा चूना पत्थर स्टाक उठाने संबंधी कार्य प्रशासन की अनुमति से हो रहा है।
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